पंचकूला: हरियाणा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है. पंचकूला में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायकों का अपनी लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन. पंचकूला पुलिस द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर की गई नाकाबंदी. विभिन्न जिलों से पंचकूला में आने वाली प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास.
पुलिस और आंगनबाड़ी वर्कर्स के बीच हाथापाई: कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को रोकने के दौरान पुलिस और आंगनबाड़ी वर्कर्स के बीच हाथापाई का मामला सामने आया है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने तत्काल प्रभाव से कुशल एवं अर्ध कुशल श्रमिकों में शामिल करने की मांग की है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग: बता दें कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 2018 में सीएम मनोहर लाल के साथ हुई बैठक में मांगी गई शर्तों को लागू करने की मांग की है. इसके अलावा न्यूनतम वेतन तुरंत प्रभाव से लागू करने की मांग की है. बता दें कि पंचकूला में आंगनबाड़ी वर्कर्स का प्रदर्शन अगले 2 दिन तक जारी रहेगा.
हिरासत में कई आंगनबाड़ी वर्कर्स: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के धरना प्रदर्शन को देखते हुए पंचकूला जिला सहित अन्य जिलों से पुलिस जवान बुलाए गए हैं. कई आंगनबाड़ी वर्कर्स को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. बता दें कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को 1 नवंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ बैठक का समय मिला है. लेकिन, मुलाकात के लिए समय मिलने के बाद भी कुछ आंगनबाड़ी वर्कर्स अभी भी धरना स्थल पर डटी हुई हैं.
ये भी पढ़ें: नूंह में आंगनवाड़ी वर्कर्स का प्रदर्शन, लंबित मांगों को लेकर डीसी को सौंपा ज्ञापन
'मांगें पूरी नहीं होने तक धरना जारी': आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती, तब तक उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. हालांकि पुलिस के जवान लगातार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को धरना स्थल खाली करने पर जोर दे रहे हैं. वहीं, आश्वासन मिलने के बाद कुछ आंगनवाड़ी वर्कर्स धरना स्थल से वापस लौट चुकी हैं. लेकिन, कुछ आंगनबाड़ी वर्कर धरना स्थल पर अभी भी मौजूद हैं. आंगनबाड़ी वर्कर्स द्वारा आरोप लगाया गया है कि पुलिस के द्वारा उनके साथ गलत व्यवहार किया गया है. इस दौरान और कुछ महिलाओं ने पुलिस पर संगीन आरोप लगाए हैं.
ये भी पढ़ें: Hisar News : हिसार में मंत्री कमल गुप्ता के घर जा रही आशा वर्कर्स को रोका गया, बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश