पंचकूला: बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ-साथ लोगों की बीच कोरोना को लेकर अफवाहें भी तेजी से फैल रही हैं. अधूरी और गलत जानकारी की वजह से कई कोरोना पॉजिटिव मरीजों को सामाजिक बहिष्कार जैसी समस्याओं का सामना तक करना पड़ा है.
जिसको देखते हुए प्रशासन ने कोविड-19 टेस्ट के साथ जागरूकता अभियान तेज किया. इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले. कोरोना से ठीक हुए मरीज ने ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत में बताया कि वो अब पहले की तरह ही अपनी जिंदगी जी रहे हैं.
अक्सर देखा गया है कि कोरोना को मात देकर घर लौटे लोगों को पड़ोसी और नजदीकी नफरत भरी नजरों से देखते हैं. अब अच्छी बात ये है कि लोगों के बीच कोरोना को लेकर जागरूकता बढ़ी है. नागरिक अस्पताल की स्टाफ नर्स कविता भी कोरोना को मात देकर दोबारा काम पर लौटी हैं. उन्होंने बताया कि उनके साथ भेदभाव वाली कोई स्थिति नहीं बनी. लोगों ने उनका भरपूर सहयोग किया. कविता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो कोरोना को मात देकर आए लोगों से नफरत ना करें. उनका सहयोग करें.
कोरोना दो तरह से होता है. एक सिमटोमेटिक दूसरा असिमटोमेटिक. सिमटोमेटिक में खांसी, जुकाम, गला दर्द का लक्षण मिलता है. जबकि असिमटोमेटिक में मरीज को किसी तरह का कोई लक्षण नहीं होता. सीएमओ ने बताया कि अस्पताल में एंसिमटोमेटिक मरीज ज्यादा आ रहे हैं. पंचकूला सेक्टर-6 नागरिक अस्पताल में कोरोना से ग्रस्त मरीजों का इलाज कर रहे सीनियर डॉक्टर राजेश कुमार ने कहा कि अभी देशभर के वैज्ञानिक कोरोना के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं.
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ताजा स्थिति की बात करें तो सूबे में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. अनलॉक वन और टू में मिली छूट के बाद से हरियाणा में कोरोना संक्रमण से स्थिति हर रोज गंभीर होती जा रही है. प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 18 हजार के पार हो गई है.