पलवल: लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय ने अल्लिका गांव में पशुपालक जागरूकता शिविर का आयोजन किया. इस दौरान लाला लाजपत राय विश्वविद्यालय से आई डॉक्टरों की टीम ने पशुओं के स्वास्थ्य की जांच की और दवाइयां बांटी.
बीमार पशुओं का मौके पर किया गया निदान
इस संबंध में लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर तैनात डॉ. रविदत्त ने बताया कि इस जागरुकता शिविर में पशुओं की जांच की गई. उन्होंने बताया कि शिविर में पशुओं में गर्भधारण के दौरान होने वाली बीमारियों, मौसम के दौरान होने वाली बीमारियों और पशुओं के आहार के बारे में जानकारी दी गई.
सहायक प्रोफेसर ने बताया कि पशुपालकों को पशुओं के पेट में कीड़ों से निजात पाने के लिए जागरूक किया गया. उन्होंने बताया कि इस जागरूकता कार्यक्रम के दौरान पशुओं में टीकाकरण करवाने के बारे में पशुपालकों को जानकारी दी गई.
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पशुओं के गर्भाधान के बारे में दी गई जानकारी
शिविर के संयोजक डॉ. रेखा ने बताया कि इस शिविर में गाय, भैंस, बकरी, घोड़ी सहित अन्य पशुओं के स्वास्थ्य की जांच की गई और दवाईयां वितरीत की गई. उन्होंने बताया कि पशु पालकों को अधिक दुध प्राप्त करने के लिए पशु आहार में प्रयोग किए जाने वाले खनिज मिश्रणों के बारे में जानकारी प्रदान की गई है. शिविर में पशुपालकों को बताया गया कि पशुओं में पेट के कीडों को मारने के लिए समय समय पर दवाई दें.
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में अधिकतर पशुपालक पशुओं के गर्भाधान के दौरान नेचुरल सर्विस को प्रयोग कर रहे है. जबकि पशु अस्पताल में कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से पशुओं की नस्ल बढ़ेगी और दूध का उत्पादन भी बढ़ेगा.