पलवल: विभागों की आपसी खींचतान में जिला नागरिक अस्पताल पलवल की सीवरेज व्यवस्था ठप पड़ी हुई है. अस्पताल में बने सीवरेज के ज्यादातर मैनहोल टूट गए हैं और इनके ढक्कन अंदर धंसे होने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. अस्पताल परिसर में कई जगह तो पूरा मैनहोल ही अंदर धंस गया है. जिससे यहां आने वाले लोग अक्सर हादसे का शिकार हो जाते हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में कई बार पब्लिक हेल्थ विभाग को बताए जाने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है.
पलवल नागरिक अस्पताल परिसर में सीवरेज व्यवस्था बदहाल है और यह हालात पिछले 2 वर्षों से बने हुए हैं. इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों से बात करने पर वे एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते नजर आते हैं. स्वास्थ्य विभाग एस्टीमेट पास होने के बावजूद पब्लिक हेल्थ विभाग पलवल पर काम ना करने का आरोप लगा रहा है. वहीं पब्लिक हेल्थ के अधिकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय पर राशि का भुगतान ना करने का आरोप लगा रहे हैं.
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दोनों विभागों की आपसी खींचतान के कारण लोगों को परेशान होना पड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने पब्लिक हेल्थ विभाग के जरिए जिला नागरिक अस्पताल पलवल में सीवरेज लाइन डलवाई थी, जिसका भुगतान भी कर दिया था. अब यह लाइन पिछले 2 वर्षों से बदहाल हालत में है. ज्यादातर मैनहोल क्षतिग्रस्त हो गए हैं और उनके ढक्कन अंदर धंसे हुए हैं. सबसे ज्यादा बुरी हालत मुख्य गेट और शवगृह की तरफ जाने वाले रास्ते पर बने मैनहोल की है.
शवगृह की ओर जाने वाले रास्ते पर बने मैनहोल की हालत इतनी खराब है कि आए दिन इस में एंबुलेंस का पहिया फंस जाता है. लोग इसमें ना गिरे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने इसके ऊपर स्ट्रेचर डाल रखा है. इसके बावजूद यहां कोई ना कोई आए दिन गिरता रहता है. पलवल नागरिक अस्पताल के डॉक्टर शिव शंकर की माने तो उन्होंने 1 सप्ताह पहले भी पब्लिक हेल्थ के जेई वेद प्रकाश से इस बारे में बातचीत की थी. उन्होंने फोन पर आश्वासन दिया था कि 2 दिन में वह इस समस्या का समाधान कर देंगे.
वहीं, पलवल के नागरिक अस्पताल में आने वाले लोगों की माने तो पिछले 2 सालों से उन्हें इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है और यह बेहद ही गंभीर समस्या है. इस समस्या की ओर विभागीय अधिकारी और जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए और इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए. जिससे कि आम लोगों को किसी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े.