पलवल: भारत की पहली श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अंदर एक महिला टीचर के साथ बलात्कार की कोशिश और अपहरण की कोशिश का मामला सामने आया है. आरोप गांव दूधोला के सरपंच सुंदर सिंह पर लगा है. पीड़ित टीचर ने पुलिस को मामले की शिकायत दी है.
पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वो श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में क्रेच के छोटे बच्चों को पढ़ाती है. 12 अप्रैल की सुबह साढ़े दस बजे वो विश्वविद्यालय के अंदर बच्चों को क्लास में पढ़ा रही थी. इसी दौरान दूधौला गांव का सरपंच सुंदर क्लास के अंदर आया और उसने सभी बच्चों को क्लास से बाहर निकाल कर दरवाजा अंदर से बंद कर दिया. इसके बाद सरपंच ने उसके साथ गलत काम करने की कोशिश की.
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पीड़िता के मुताबिक सरपंच ने उसे जबरन अपनी कार में खींचने की भी कोशिश की, लेकिन इससे पहले ही उसकी बहन वहां आ गई जो उसी विश्वविद्यालय में ही पढ़ती है. पीड़िता और उसकी बहन ने शोर मचाया तो सरपंच पीड़िता का फोन लेकर भाग गया और जाते जाते धमकी दी कि वो उसे जान से मार देगा.
'विश्वविद्यालय प्रशासन ने सहयोग से किया इंकार'
पीड़िता का आरोप है कि इस मामले में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के प्रशासन ने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन का इस मामले से कोई लेना देना नहीं है. वहीं पीड़िता को बार-बार धमकियां मिल रही हैं कि अगर राजीनामा नहीं किया तो उसके पर्सनल फोटो जो इंटरनेट पर वायरल कर दिया जाएगा. फिलहाल पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज किया है और मामाले की जांच की जा रही है.