पलवल: नौकरी बहाली की मांग को लेकर पिछले चार महीने से धरने और अनशन पर बैठे शारीरिक शिक्षकों में दिन-प्रतिदिन सरकार के प्रति रोष बढ़ता चला जा रहा है. लघु सचिवालय परिसर के बाहर धरने पर बैठे अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि अगर जल्द सरकार ने उन्हें वापस नौकरी पर नहीं लिया, तो वे सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे.
इसके आंदोलन में जो भी कुछ होगा उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. बता दें कि हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ एवं शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के संयोजन में नौकरी बहाली को लेकर क्रमिक अनशन शुक्रवार को 124वें दिन भी जारी रहा.
संघ के जिला प्रधान रामपाल अत्रि ने कहा कि पीटीआई की नौकरी बहाली को लेकर मुख्यमंत्री ने उन्हें पूरा आश्वासन दिया था, जिसमें दो सप्ताह में समस्या के समाधान की सहमति बनी थी, लेकिन मामले को लटकाने और दिन प्रतिदिन की देरी कर्मचारियों में बेचैनी और रोष पैदा करने वाली है.
इसको किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा. इसलिए हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ सरकार से मांग करता है कि सरकार होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में जल्द ही पीटीआई की नौकरी बहाल करने का फैसला ले.
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शारीरिक शिक्षक नेताओं ने सरकार से मामले को जल्द सुलझाने की अपील करते हुए इंसाफ मिलने तक संघर्ष जारी रखने का एलान किया. उन्होंने बताया कि सरकार उनके प्रति असंवेदनशील रवैया अपनाए हुए है, जबकि वह आर्थिक और मानसिक वेदना से गुजर रहे हैं.