पलवल: हरियाणा के पलवल में 5 साल पहले 6 लोगों की हत्या करने वाले साइको किलर को न्यायधीश प्रशांत राणा की कोर्ट ने मंगलवार को फांसी की सजा सुनाई. दोषी ने गिरफ्तारी के दौरान पलवल पुलिस की टीम पर भी हमला कर दिया था. हालांकि पुलिस ने उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार किया था.
बता दें कि 1 जनवरी 2018 को पलवल जिले में उस समय सनसनी फैल गई थी, जब 2 घंटे के अंदर नरेश धनखड़ नाम के शख्स ने 6 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. जानकारी के अनुसार नरेश लोहे की रॉड लेकर घर बाहर से निकला था. उसे रास्ते में जो मिला उसी को मौत के घाट उतार दिया. चार लोगों को मारने के बाद नरेश मीनार गेट के पास पहुंचा और यहां उसने एक चौकीदार को मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद थोड़ी आगे चलकर वो निजी अस्पताल में घुसा और महिला को मौत के घाट उतार दिया. एक साथ 6 लोगों की हत्या से जिले में सनसनी फैल गई.
इन 6 हत्याओं की वारदात को अंजाम देने के बाद साइको किलर नरेश आदर्श कॉलोनी में अपने ससुराल पहुंचा. उसने अपनी पत्नी सीमा और ससुर को मारने के लिए दरवाजा खुलवाने की कोशिश की, लेकिन ससुराल पक्ष ने दरवाजा नहीं खोला. जिसके बाद वो पड़ोसियों का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गया और पड़ोसियों को मारने की कोशिश की.
सूचना मिलते ही पलवल थाना पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची. नरेश ने पुलिस पर भी हमले का प्रयास किया. पीसीआर चालक ने जब उसे पकड़ने की कोशिश की तो नेरश ने उसपर भी लोहे की रॉड से हमला किया, गमनीमत रही वो बच गया. कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने नरेश पर काबू पाया. इस दौरान नरेश घायल हो गया. जिसे इलाज के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां 2 दिन तक उसका इलाज चला. इसके बाद पुलिस ने नरेश को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया. तब से साइको किलर नरेश जेल में बंद था.
दरअसल साइको किलर नरेश धनखड़ साल 1999 में सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर बहाल हुआ था. वहां पर समय से पहले रिटायरमेंट लेकर वो साल 2016 में कृषि विभाग में एडीओ भर्ती हो गया. उसका प्रमोशन बाद में एसडीओ के पद पर हो गया. नरेश धनखड़ मच्छगर गांव का रहने वाला है. उसकी अजीब हरकतों के चलते उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी.
मंगलवार को जैसे ही साइको किलर को न्यायाधीश प्रशांत राणा की कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई, तो मृतकों के परिजनों खुश हो गए. उनका कहना था कि आज सही मायने में उन्हें न्याय मिला है. पुलिस ने जब साइको किलर नरेश को गिरफ्तार किया था. तब उन्हें न्याय मिलने की पूरी उम्मीद नहीं थी, लेकिन अब अदालत ने उसे फांसी की सजा सुना कर उन्हें न्याय दिया है.
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