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पलवल: एलिवेटेड पुल के निर्माण में हो रही देरी पर शहरवासियों में गुस्सा

पलवल में निर्माणाधीन एलिवेटेड पुल को लेकर शहरवासियों में रोष है. शहरवासियों का कहना है कि सरकार इसे 2024 लोक सभा चुनाव में पूरा कराएगी. ताकि इसके नाम पर वोट लिया जा सके.

people facing trouble due to delay in construction of elevated bridge
एलिवेटेड पुल के निर्माण में हो रही देरी पर शहरवासियों ने सरकार के खिलाफ जताई नाराजगी
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Published : Nov 11, 2020, 4:00 PM IST

पलवल: शहर में करीब 225 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे एलिवेटेड पुल का निर्माण शहरवासियों के लिए नासूर बना हुआ है. करीब सवा साल से बंद पड़ा पलवल के एलिवेटेड पुल का निर्माण कार्य अब शुरू हो गया है. बताया जा रहा है कि ये पुल करीब एक साल में बनकर तैयार हो जाएगा.

इस पुल को लेकर शहर में सभी जगह जाम की स्थिति बनी रहती है. जिसको लेकर शहरवासियों ने सरकार पर तीखा हमला बोला है. लोगों ने कहा कि इस पुल का निर्माण 2024 से पहले नहीं हो सकेगा. क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में सांसद महोदय को वोट जो लेना है.

एलिवेटेड पुल के निर्माण में हो रही देरी पर शहरवासियों ने सरकार के खिलाफ जताई नाराजगी

समाजसेवी तस्वीर सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले करीब सवा साल से इस पुल का निर्माण कार्य रुका हुआ था. जिसके चलते यहां अक्सर जाम लगा रहता था. जाम लगने से शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है.

'2024 लोकसभा चुनाव में फायदे को देखकर सरकार कर रही देरी'

उन्होंने कहा कि पुल को जल्द बनाने की मांग को लेकर जिले के लोगों, समाजसेवियों ने ना जाने कितनी बार सरकार व जिला प्रशासन से गुहार भी लगाई, बावजूद इसके किसी ने उनकी एक नहीं सुनी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर द्वारा अब इस पुल का निर्माण कार्य प्लानिंग के तहत शुरू करवाया गया है. जोकि वर्ष 2024 तक ही पूरा हो पाएगा. क्योंकि वर्ष 2024 में केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को इस पुल का उद्घाटन करके इसके नाम पर जनता से वोट जो लेने है.

सवा तीन साल में भी नहीं बन सका पुल

आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया जिला अध्यक्ष जितेंदर का कहना है कि इस एलिवेटेड पुल का निर्माण 20 माह में पूरा किया जाना था, लेकिन सवा तीन वर्ष बाद भी पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया. पुल के निर्माण के चलते राजमार्ग को बंद कर सर्विस लेन पर यातायात डायवर्ट कर दिया गया. जिस वजह से सर्विस लेन पर लंबा जाम लग जाता है. इस जाम में वाहन चालक घंटों फंसे रहते हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार की इच्छा शक्ति नहीं है कि इस पुल का निर्माण कार्य जल्दी हो. अगर सरकार की इच्छा शक्ति होती. तो ये पुल तय समय के अनुसार अब तक बन चूका होता और जिले के लोगों को घंटो जाम में नहीं फंसना पड़ता. उन्होंने कहा कि ये गूंगी-बहरी सरकार है.

ये भी पढ़ें: राजकुमार सैनी समेत 12 की जमानत जब्त, नोटा को 10 प्रत्याशियों से ज्यादा वोट मिले

पलवल: शहर में करीब 225 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे एलिवेटेड पुल का निर्माण शहरवासियों के लिए नासूर बना हुआ है. करीब सवा साल से बंद पड़ा पलवल के एलिवेटेड पुल का निर्माण कार्य अब शुरू हो गया है. बताया जा रहा है कि ये पुल करीब एक साल में बनकर तैयार हो जाएगा.

इस पुल को लेकर शहर में सभी जगह जाम की स्थिति बनी रहती है. जिसको लेकर शहरवासियों ने सरकार पर तीखा हमला बोला है. लोगों ने कहा कि इस पुल का निर्माण 2024 से पहले नहीं हो सकेगा. क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में सांसद महोदय को वोट जो लेना है.

एलिवेटेड पुल के निर्माण में हो रही देरी पर शहरवासियों ने सरकार के खिलाफ जताई नाराजगी

समाजसेवी तस्वीर सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले करीब सवा साल से इस पुल का निर्माण कार्य रुका हुआ था. जिसके चलते यहां अक्सर जाम लगा रहता था. जाम लगने से शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है.

'2024 लोकसभा चुनाव में फायदे को देखकर सरकार कर रही देरी'

उन्होंने कहा कि पुल को जल्द बनाने की मांग को लेकर जिले के लोगों, समाजसेवियों ने ना जाने कितनी बार सरकार व जिला प्रशासन से गुहार भी लगाई, बावजूद इसके किसी ने उनकी एक नहीं सुनी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर द्वारा अब इस पुल का निर्माण कार्य प्लानिंग के तहत शुरू करवाया गया है. जोकि वर्ष 2024 तक ही पूरा हो पाएगा. क्योंकि वर्ष 2024 में केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को इस पुल का उद्घाटन करके इसके नाम पर जनता से वोट जो लेने है.

सवा तीन साल में भी नहीं बन सका पुल

आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया जिला अध्यक्ष जितेंदर का कहना है कि इस एलिवेटेड पुल का निर्माण 20 माह में पूरा किया जाना था, लेकिन सवा तीन वर्ष बाद भी पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया. पुल के निर्माण के चलते राजमार्ग को बंद कर सर्विस लेन पर यातायात डायवर्ट कर दिया गया. जिस वजह से सर्विस लेन पर लंबा जाम लग जाता है. इस जाम में वाहन चालक घंटों फंसे रहते हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार की इच्छा शक्ति नहीं है कि इस पुल का निर्माण कार्य जल्दी हो. अगर सरकार की इच्छा शक्ति होती. तो ये पुल तय समय के अनुसार अब तक बन चूका होता और जिले के लोगों को घंटो जाम में नहीं फंसना पड़ता. उन्होंने कहा कि ये गूंगी-बहरी सरकार है.

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