पलवल: जिले में कोरोना के बाद जैसे ही निजी स्कूल खुले और बच्चों ने स्कूल जाना शुरू किया तो स्कूल संचालकों द्वारा बच्चों के अभिभावकों से फीस लेना भी शुरू कर दिया गया. लेकिन फीस के बहाने निजी स्कूल संचालकों के पास फोन पर फर्जी कॉल आ रहे हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि उनको ऑनलाइन या फिर फोन पे द्वारा बच्चे की स्कूल फीस जमा करनी है. जिसके लिए आप अपना 'फोन पे' नंबर दे दीजिए.
फर्जी कॉल करने वाले लोगों के कहने पर स्कूल संचालकों ने फोन पे नंबर दे दिया लेकिन इसके बाद उनके बैंक खाते से रुपये गायब हो गए. अब इस पूरे मामले को साइबर क्राइम से जोड़कर देखा जा रहा है और पिछले कई दिनों से ऐसे मामले रोजाना सामने आ रहें हैं.
इस घटना के बाद पलवल जिले के निजी स्कूल एसोसिएशन के प्रधान राज कुमार गर्ग ने बताया कि कोरोना काल के बाद स्कूल खुले हैं और वो अभिभावकों से फीस के लिए कहने लगे हैं. कुछ अभिभावक फीस भी स्कूल में आकर जमा करवा रहें हैं लेकिन फ्रॉड करने वाले लोगों ने अब निजी स्कूलों को ही अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है.
उन्होंने बताया कि निजी स्कूल संचालकों के पास फोन पर कॉल आ रही है कि वो अपने बच्चों की फीस स्कूल में जमा करना चाहते हैं लेकिन वो घर से बाहर हैं और ऑनलाइन फीस जमा कर सकते हैं या फिर फोन पे द्वारा भी जमा कर सकते हैं. फ्रॉड़ कॉल करने वाले लोग निजी स्कूल संचालकों से फोन पे नंबर लेते हैं और उसमें फीस जमा कराने की बात कहकर ओटीपी नंबर ले लेते हैं और उस ओटीपी नंबर द्वारा निजी स्कूलों के संचालकों के बैक खातों से रुपये निकाले जा रहे हैं.
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राजकुमार गर्ग ने बताया कि आजकल ठगी करने वाले लोगों द्वारा निजी स्कूल संचालकों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से सावधानी बरतनी चाहिए ताकि ऐसे लोगों से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसे फर्जी लोग कानून के शिकंजे में आ सके और उनको सलाखों के पीछे भेजा जा सकें.