पलवल: प्रदेश सरकारें दूसरे राज्यों में फंसे अपने प्रवासी मजदूरों को लगातार निकाल रही है. स्पेशल श्रमिक ट्रेन और बसों के जरिए हजारों प्रवासियों की घर वापसी हो रही है, लेकिन अब भी कई ऐसे प्रवासी हैं जिन तक सरकारी मदद नहीं पहुंच पाई है. ऐसे में ये प्रवासी अपने परिवार के साथ पैदल ही सड़क नाप रहे हैं.
पलवल केएमपी से हर रोज सैकड़ों प्रवासी मजदूर अपने परिवार के साथ घरों की ओर पैदल जा रहे हैं. ऐसे में पलवल पुलिस की ओर से प्रवासियों को भोजन कराया जा रहा है. बता दें कि महिला पुलिस कर्मी खुद अपने हाथों से खाना तैयार कर प्रवासियों को खिला रही हैं. महिला थाने के अलावा दूसरे थानों की पुलिस भी इस नेक काम में उनका साथ दे रही है.
महिला थाना प्रभारी अंजू देवी देवी ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि उनकी ओर से हर रोज करीब 400 प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ये प्रवासी मजदूरों सैकड़ों किलोमीटर चलकर यहां तक पहुंच रहे हैं. ऐसे में उनके सामने खाने का संकट भी है, जिसे दूर करने की पुलिस कोशिश कर रही है.
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वहीं प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वो रेवाड़ी से तीन दिन पहले चले थे. उन्हें मध्यप्रदेश जाना है. जब उनसे पैदल निकलने का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एक महीने पहले जो कमाया था वो खत्म हो चुका है. जब मालिक और सरकार किसी से मदद हीं मिली तो भूखे मरने से अच्छा पैदल निकल जाना ही बेहतर समझा. उन्होंने कहा कि अगर पैदल नहीं चलते तो कोरोना से पहले भूख उन्हें मार देती.