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गरीबों के हक पर डाला जा रहा था डाका, ऐसे हुआ करोड़ों के घोटाले का खुलासा

राशन डिपों पर गरीबों को बांटा जाने वाले अनाज को बेचने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें में से एक खाद्य आपूर्ति विभाग का अधिकारी है जो बड़े ही शातिर तरीके से करोड़ों का घोटाला कर चुका है. पुलिस को आशंका है कि इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारी तक शामिल है.

Palwal ration scam
गरीबों के हक पर डाला जा रहा था डाका, ऐसे हुआ करोड़ों के घोटाले का खुलासा
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Published : Jul 3, 2021, 8:01 PM IST

पलवल: हसनपुर थाना पुलिस ने दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो गरीब लोगों के हक पर कई सालों से डाका डाल रहे थे. पकड़े गए दोनों आरोपी सरकार द्वारा गरीबों के लिए दिए जाने वाले राशन को बेच दिया करते थे. पुलिस ने बताया कि उनकी टीम ने 9 जून को हसनपुर स्थित एक आटा मील से 770 अनाज के कट्टों से भरा एक ट्रक पकड़ा था. मौके से ट्रक चालक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिससे पूछताछ के दौरान पूरे मामला का खुलासा हुआ.

ट्रक चालक ने पुलिस को बताया कि ये अनाज डिपो पर गरीबों को बांटने के लिए लेकर जाना था. लेकिन इसको अधिकारियों ने आटा मील में भेजने के लिए कहा था. ट्रक चालक से जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक दीपक अहलावत ने एसआईटी टीम गठित करके आरोपियों की तलाश शुरू कर दी. जिसमें पुलिस ने आज फूड सप्लाई विभाग के एएफएसओ सुरेश पांचाल और ठेकेदार दिनेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद दोनों आरोपियों को अदालत पेश कर रिमांड पर लिया गया है ताकि इनसे करोड़ों के घोटाले के बारे और जानकारी मिल सके.

ये भी पढ़ें: नूंह में BDPO अमित कुमार को भेजा गया जेल, करोड़ों का घपला करने के हैं आरोप

वहीं डीएसपी दिनेश कुमार यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि 9 जून को उनको एक गुप्त सूचना मिली थी की गरीबों को बांटा जाने वाला अनाज एक आटा मिल को बेचा जा रहा है. फिर उन्होंने एक टीम गठित कर छाेपमारी की तो मौके पर 770 अनाज की बोरियां मिली. डीएसपी ने बताया कि एसआईटी की जांच पूरी होने के बाद पता लगा कि इन दोनों की मिलीभगत से कई सालों से गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा था. जो राशन गरीबों को मिलना चाहिए उसको मिल के अंदर बेचा जा रहा था.

ये भी पढ़ें: फरीदाबाद निगम में एक और घोटाला! जानें कैसे हो रही थी करोड़ों रुपयों की हेरा-फेरी

डीएसपी ने बताया कि ये दिनेश कुमार ठेकेदार ही डिपो पर राशन को पहुंचाता था. लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से ये राशन को मिल में बेच देता था. उन्होंने बताया कि अब इन्हें रिमांड पर लेकर पता लगाने की कोशिश की जाएगी की इस घोटाले में और कितने लोग शामिल है. डीएसपी ने कहा कि ये करोड़ों का घोटाला है और इसमें उच्च अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारी भी शामिल होंगे जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

पलवल: हसनपुर थाना पुलिस ने दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो गरीब लोगों के हक पर कई सालों से डाका डाल रहे थे. पकड़े गए दोनों आरोपी सरकार द्वारा गरीबों के लिए दिए जाने वाले राशन को बेच दिया करते थे. पुलिस ने बताया कि उनकी टीम ने 9 जून को हसनपुर स्थित एक आटा मील से 770 अनाज के कट्टों से भरा एक ट्रक पकड़ा था. मौके से ट्रक चालक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिससे पूछताछ के दौरान पूरे मामला का खुलासा हुआ.

ट्रक चालक ने पुलिस को बताया कि ये अनाज डिपो पर गरीबों को बांटने के लिए लेकर जाना था. लेकिन इसको अधिकारियों ने आटा मील में भेजने के लिए कहा था. ट्रक चालक से जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक दीपक अहलावत ने एसआईटी टीम गठित करके आरोपियों की तलाश शुरू कर दी. जिसमें पुलिस ने आज फूड सप्लाई विभाग के एएफएसओ सुरेश पांचाल और ठेकेदार दिनेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद दोनों आरोपियों को अदालत पेश कर रिमांड पर लिया गया है ताकि इनसे करोड़ों के घोटाले के बारे और जानकारी मिल सके.

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वहीं डीएसपी दिनेश कुमार यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि 9 जून को उनको एक गुप्त सूचना मिली थी की गरीबों को बांटा जाने वाला अनाज एक आटा मिल को बेचा जा रहा है. फिर उन्होंने एक टीम गठित कर छाेपमारी की तो मौके पर 770 अनाज की बोरियां मिली. डीएसपी ने बताया कि एसआईटी की जांच पूरी होने के बाद पता लगा कि इन दोनों की मिलीभगत से कई सालों से गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा था. जो राशन गरीबों को मिलना चाहिए उसको मिल के अंदर बेचा जा रहा था.

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डीएसपी ने बताया कि ये दिनेश कुमार ठेकेदार ही डिपो पर राशन को पहुंचाता था. लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से ये राशन को मिल में बेच देता था. उन्होंने बताया कि अब इन्हें रिमांड पर लेकर पता लगाने की कोशिश की जाएगी की इस घोटाले में और कितने लोग शामिल है. डीएसपी ने कहा कि ये करोड़ों का घोटाला है और इसमें उच्च अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारी भी शामिल होंगे जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

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