पलवल: प्रदेश में शराब घोटाला पर राजनीति बयानबाजी भी तेज हो गई है. इस घोटाले को लेकर सीएम और डीप्टी सीएम को बीच मतभेद भी सामने आ चुके हैं. इस घोटाले पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि शराब घोटाले को लेकर कहा कि सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व वाली सरकार के समय किसी भी तरह का भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
शराब घोटाले पर कृष्णपाल गुर्जर का बयान
शराब घोटला पर केंद्रीय मंत्री गुर्जर से विज और दुष्यंत के बीच तल्खी के प्रश्न पर केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अनिल विज के समर्थन में नजर आए. केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा की मनोहर लाल सरकार में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है. प्रत्येक भ्रष्टाचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. चाहे कोई भी आदमी हो.
'सरकार में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है'
शराब घोटाले पर सीएम मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बीच मतभेद को लेकर कहा कि इस विषय के बार में मैं कुछ नहीं जानता. बस इतना पता है कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. दुष्यंत चौटाला पर कहा कि वे हमारे सरकार में वरिष्ठ मंत्री है. उनके बारे में कुछ भी कहना सही नहीं होगा.
दुष्यंत चौटाला की तारीफ की
उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला भी भ्रष्टाचार के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि दुष्यंत जानते है कि भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ इस सरकार में कोई जगह नहीं है. कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि इस घोटाले में किसी को छोडा़ नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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ये था सीएम और डिप्टी सीएम के बीच मतभेद
गौरतलब है कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शराब घोटाले मामले में एसईटी की रिपोर्ट को खारिज कर दिया था. जिसको लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि किसी के मानने या ना मानने से व्यवस्थाएं नहीं चलती. उन्होंने कहा कि जांच में जिसका भी नाम सामने आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच की जाएगी. बता दें कि इस एसईटी रिपोर्ट ने गृह मंत्री अनिल विज संतुष्ट नजर आए थे, जिसे बाद में डिप्टी सीएम ने खारिज कर दिया था.
क्या है शराब घोटाला?
सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी, लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गई. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. भूपेंद्र इस गोदाम का ठेकेदार है. ठेकेदार भूपेंद्र को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.