पलवल के गढ़ी पट्टी में बने शहीद राजवीर सिंह खेल स्टेडियम की हालत जर्जर बनी हुई है. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने स्टेडियम पर अवैध कब्जा भी कर लिया है. जिसकी वजह से खिलाड़ी दूसरी जगह जाकर तैयारी करने को मजबूर हैं. इसके अलावा युवा सेना में तैयारी के लिए सड़कों पर दौड़ लगाने को मजबूर है. जिसकी वजह से हादसों का डर बना रहता है.
गढ़ीपट्टी गांव के लोगों ने बताया कि गांव कि 12 एकड़ भूमि पर साल 2004 में शहीद राजवीर सिंह के नाम से खेल स्टेडियम बनाया गया था. रखरखाव के अभाव में इसकी हालत जर्जर हो चुकी है. ना खेल विभाग के अधिकारी इस तरफ ध्यान दे रहे हैं और ना ही प्रशासनिक अधिकारी. लगता है कि नेताओं को इसके बारे में जानकारी ही नहीं है.
12 एकड़ भूमि पर बना ये स्टेडियम जर्जर हालत में है. संबंधित अधिकारियों की तरफ से तरफ कोई ध्यान नहीं दिया रहा. प्रशासन ने भी अवैध कब्जों को नहीं हटाया है. सबसे ज्यादा सेना में जवान गढ़ीपट्टी गांव से भर्ती होते हैं. स्टेडियम जर्जर होने के चलते बच्चे सड़क पर दौड़ लगाने को मजबूर है. अब ठंड बढ़ने लगी है और कोहरा भी पड़ने लगा है. ऐसे में हादसों का डर और भी बढ़ गया है. पहले भी कई हादसे हो चुके हैं. इसके बाद भी प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है. -बिजेंद्र सिंह, स्थानीय निवासी
इस स्टेडियम पर ग्रामीणों ने कब्जा भी कर लिया है. जिसकी वजह से युवा सेना में भर्ती होने के लिए मजबूरन सड़क पर दौड़ लगाते हैं. जिससे हादसों का खतरा बना रहता है. इसके अलावा खिलाड़ी भी प्रैक्टिस नहीं कर पाते. खेल स्टेडियम की चारदीवारी भी टूटी हुई है. जिसकी वजह से आवार पशु स्टेडियम में घूमते रहते हैं.
पहले जो बजट आया था. उससे खेल स्टेडियम की चारदीवारी बनाने के लिए खर्च किया गया. उसके बाद बजट के लिए किसी के द्वारा कोई मांग नहीं की गई. अब देखने में आया है कि खेल स्टेडियम में ग्रामीणों ने अवैध तरीके से कब्जा किया है. जिस संबंध विभाग द्वारा जिला पंचायत अधिकारी को पत्र लिखकर कर अवैध कब्जे हटाने की मांग की है. जैसे ही यहां से अवैध कब्जों को हटा दिया जाएगा. उसके बाद विभाग को स्टेडियम के लिए बजट के लिए लिखा जाएगा और बजट मंजूर होने के बाद स्टेडियम को भव्य तरीके बनाने का काम किया जाएगा. -अनिल कुमार, जिला खेल अधिकारी
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