फरीदाबाद: पलवल मनरेगा घोटाला (mnrega scam in palwal) में पंचायत विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है. करीब 50 करोड़ रुपये के घोटाले में अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ पलवल के 6 अलग-अलग थानों में मामला दर्ज हुआ है. इससे पहले भी जिले के दो थानों में कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. जिला परिषद की सीईओ मनीषा शर्मा ने जिला विजिलेंस कमेटी अध्यक्ष व एडीसी उत्तम सिंह के नेतृत्व में बनी कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज करवाए हैं.
इन केसों में बीडीपीओ, एबीपीओ, ग्राम सचिव सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम शामिल हैं. पंचायती राज संस्था के काम कराने के लिए जिले में छह ब्लॉक बनाए गए हैं. जिनमें पलवल, होडल, हथीन, हसनपुर, पृथला और बड़ौली शामिल हैं. आरोप हैं कि इन सभी ब्लॉकों में मनरेगा के तहत हुए कामों में अनियमितताएं बरती गई हैं. अनियमितताएं बरतने पर पलवल सदर थाना, हथीन, होडल, हसनपुर, गदपुरी व चांदहट में मुकदमे दर्ज करवाए गए हैं.
जिला परिषद की सीईओ मनीषा शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि दुर्गापुर, असावटा, बढ़ा, किशोरपुर, टहरकी, जलालपुर व जोधपुर गांवों में किए कार्यों में बीडीपीओ उपमा अरोड़ा, एबीपीओ मनोज कुमार, एबीपीओ तैयुब हुसैन, ग्राम सचिव महेश गौतम, ग्राम सचिव गिर्राज सिंह, ग्राम सचिव यशवीर, ग्राम सचिव वीर सिंह, ग्राम सचिव महेंद्र चौहान सहित अन्य ने मनरेगा में धोखाधड़ी की है.
इसी प्रकार अन्य थानों में अलग-अलग गांवों में किए गए कार्यों में बरती अनियमितताओं को लेकर केस दर्ज करवाया गया है. डीएसपी हेडक्वार्टर अनिल कुमार ने बताया कि एडीसी उत्तम सिंह की जांच रिपोर्ट के आधार पर सीईओ जिला परिषद मनीषा शर्मा के बयान पर छह अलग-अलग पुलिस थानों में केस दर्ज किए हैं. जांच के दौरान जो भी अधिकारी व कर्मचारी अनियमितताओं में संलिप्त पाया जाएगा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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