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पलवल सरकारी अस्पताल के डॉक्टर पर लगा इलाज के लिए पैसे मांगने का आरोप

राज्य सरकार लाख कोशिश करें कि लोगों को सहज-सुलभ इलाज मिल सके. लेकिन कुछ डॉक्टरों की वजह से सरकार को बदनामी का दंश बार-बार झेलना पड़ता है. कुछ ऐसा ही मामला पलवल के जिला अस्पताल से सामने आया (palwal Civil hospital) है. यहां एक बच्चे के इलाज के लिए डॉक्टर ने उसके परिजनों से 10 हजार रुपये की डिमांड कर दी.

palwal civil hospital news
पलवल सिविल हॉस्पिटल
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Published : Dec 7, 2021, 6:02 PM IST

Updated : Dec 7, 2021, 7:28 PM IST

पलवल: जिला अस्पताल में सरकारी डॉक्टर द्वारा इलाज के नाम पर रुपये मांगने का मामला सामने आया (palwal Civil hospital) है. इस बार हड्डी रोग विशेषज्ञ पर बच्चे के हाथ में लगी चोट का ऑपरेशन करने की एवज में 10 हजार रुपये की मांग की गई. इसके बाद बच्चे के माता-पिता बच्चे को यह कहते हुए अस्पताल से बाहर ले गए कि उनके पास में पैसे होते तो वह पहले ही निजी अस्पताल में इलाज कराने ले जाते.

बच्चे के दादा गिरिराज सिंह ने बताया कि अपने पिता की गोद में बैठा यह बच्चा चौथी क्लास का छात्र है. स्कूल में किसी दूसरे बच्चे के धक्का दिए जाने के बाद ये गिर गया था. इसके बाद बच्चे की कोहनी में चोट आई थी इसके बाद बच्चे के इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल लेकर आए थे. इसके बाद हड्डी के डॉक्टर से बच्चे को ऑपरेशन थिएटर में ले जाने की बात हुई. इस दौरान डॉक्टर ने हमसे 10 हजार रुपये की डिमांड रख दी.

गिरिराज सिंह ने बताया कि डॉक्टर ने उनसे कहा कि दस हजार रुपये दो तभी इसका इलाज होगा. जब उसने पूछा कि बच्चे को क्या हुआ तो डॉक्टर ने कहा कि बच्चे के कोहनी की लिगामेंट टूट गई है और वह डालनी पड़ेगी. इसके बाद हम लोगों को गुस्सा आ गया. इसके बाद हमने डॉक्टर को खूब खरी खोटी सुनाई और अपने बच्चे को बाहर ले आए. हालांकि बच्चे के परिजन ने डॉक्टर का नाम नहीं बताया. इतना जरूर कहा कि घटना शनिवार की है.

पलवल सरकारी अस्पताल में डॉक्टर पर लगा इलाज के लिए पैसे मांगने का आरोप

डिप्टी सीएमओ डॉ. अजय माम से इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में प्रदेश के किसी भी मरीज के लिए कोई चार्ज नहीं है. यदि कोई डॉक्टर पैसे की डिमांड करता है तो वह गलत है. उन्होंंने कहा कि कोई भी व्यक्ति इलाज के लिए पैसे ना दे. यदि कोई पैसे लेता है तो उसकी रसीद अवश्य ही ले लें.

ये भी पढ़ें- Nuh Corona Vaccination: पीएम मोदी के बाद अब हरियाणा के गवर्नर ने नूंह जिले में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जताई चिंता

उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें शिकायत मिलेगी तो वह इसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करेंगे. साथ ही सीएमओ ने यह भी कहा कि यदि प्रदेश से बाहर का कोई नागरिक है तो उसके लिए फीस निर्धारित है. यदि कोई दवाई अस्पताल में उपलब्ध नहीं है तो वह सामान भी मरीज के अटेंडेंस से मंगवाया जा सकता है लेकिन पैसे लेना और मांगना गलत है. यदि उनके पास में इस प्रकार की कोई शिकायत आती है तो वह उस पर अवश्य कार्रवाई करेंगे.

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पलवल: जिला अस्पताल में सरकारी डॉक्टर द्वारा इलाज के नाम पर रुपये मांगने का मामला सामने आया (palwal Civil hospital) है. इस बार हड्डी रोग विशेषज्ञ पर बच्चे के हाथ में लगी चोट का ऑपरेशन करने की एवज में 10 हजार रुपये की मांग की गई. इसके बाद बच्चे के माता-पिता बच्चे को यह कहते हुए अस्पताल से बाहर ले गए कि उनके पास में पैसे होते तो वह पहले ही निजी अस्पताल में इलाज कराने ले जाते.

बच्चे के दादा गिरिराज सिंह ने बताया कि अपने पिता की गोद में बैठा यह बच्चा चौथी क्लास का छात्र है. स्कूल में किसी दूसरे बच्चे के धक्का दिए जाने के बाद ये गिर गया था. इसके बाद बच्चे की कोहनी में चोट आई थी इसके बाद बच्चे के इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल लेकर आए थे. इसके बाद हड्डी के डॉक्टर से बच्चे को ऑपरेशन थिएटर में ले जाने की बात हुई. इस दौरान डॉक्टर ने हमसे 10 हजार रुपये की डिमांड रख दी.

गिरिराज सिंह ने बताया कि डॉक्टर ने उनसे कहा कि दस हजार रुपये दो तभी इसका इलाज होगा. जब उसने पूछा कि बच्चे को क्या हुआ तो डॉक्टर ने कहा कि बच्चे के कोहनी की लिगामेंट टूट गई है और वह डालनी पड़ेगी. इसके बाद हम लोगों को गुस्सा आ गया. इसके बाद हमने डॉक्टर को खूब खरी खोटी सुनाई और अपने बच्चे को बाहर ले आए. हालांकि बच्चे के परिजन ने डॉक्टर का नाम नहीं बताया. इतना जरूर कहा कि घटना शनिवार की है.

पलवल सरकारी अस्पताल में डॉक्टर पर लगा इलाज के लिए पैसे मांगने का आरोप

डिप्टी सीएमओ डॉ. अजय माम से इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में प्रदेश के किसी भी मरीज के लिए कोई चार्ज नहीं है. यदि कोई डॉक्टर पैसे की डिमांड करता है तो वह गलत है. उन्होंंने कहा कि कोई भी व्यक्ति इलाज के लिए पैसे ना दे. यदि कोई पैसे लेता है तो उसकी रसीद अवश्य ही ले लें.

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उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें शिकायत मिलेगी तो वह इसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करेंगे. साथ ही सीएमओ ने यह भी कहा कि यदि प्रदेश से बाहर का कोई नागरिक है तो उसके लिए फीस निर्धारित है. यदि कोई दवाई अस्पताल में उपलब्ध नहीं है तो वह सामान भी मरीज के अटेंडेंस से मंगवाया जा सकता है लेकिन पैसे लेना और मांगना गलत है. यदि उनके पास में इस प्रकार की कोई शिकायत आती है तो वह उस पर अवश्य कार्रवाई करेंगे.

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Last Updated : Dec 7, 2021, 7:28 PM IST
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