पलवल: कोरोना की वजह से देश और प्रदेश में लॉकडाउन चल रहा है. जिसकी वजह से लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. जिसका सीधा असर गौशाला पर देखने को मिल रहा है. जहां चारे-पानी के अभाव में गायें दम तोड़ रही हैं. जिले के होडल स्थित श्री कृष्ण चौबीसी गौशाला में हर हफ्ते तीन से चार गाय चारे पानी के अभाव में दम तोड़ रही हैं.
गौरतलब है कि यह गौशाला जिले का सबसे बड़ी गौशाला है. इस गौशाला में 750 गाय हैं. श्री कृष्ण चौबीसी गौशाला की महत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह गौशाला केंद्र और हरियाणा सरकार से रजिस्टर्ड है. लेकिन सरकार के देखरेख के अभाव में और लॉकडाउन की मार के चलते यह गौशाला कब्रिस्तान बनता जा रहा है.
इस बारे में बताते हुए गौशाला के मैनेजर सतबीर ने बताया कि कोरोना और लॉकडाउन की वजह से गौशाला में दान कम आ रहा है. उन्होंने कहा कि पहले दान बहुत ज्यादा आता था जिसकी वजह से इस गौशाला में किसी प्रकार की कोई दिक्कत परेशानी नहीं होती थी. लेकिन लॉकडाउन की वजह से अब दान ना के बराबर आ रहा है. जिसकी वजह से गायों का पेट अच्छी तरह से नहीं भर रहा है. जिसके चलते रोजाना एक दो गायों की मौत हो जा रही है.
उन्होंने बताया कि सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. सरकार से कोई सहायता अभीतक गौशाला में नहीं पहुंचा है. जिसकी वजह से गौशाला की गायें बीमार हो रही हैं. उन्होंने बताया कि गौशाला में गायों पर एक दिन में करीब 20 हजार रुपये खर्च होता है. जिस वजह से खर्च वहन करना कठीन हो रहा है.
गौशाला के मैनेजर सतबीर ने सरकार से मांग की कि सरकार गायों के लिए पार्याप्त शेड और चारे-पानी की व्यवस्था करे. जिस वजह से गौशाला में गायों को भूख से मरना ना पड़े.
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