पलवल: जिले के एनएच-19 स्थित गांव अटोहां मोड़ पर चल रहा किसानों के धरना आज एक महिने की समय अवधि को पूरा कर नए वर्ष 2021 में प्रवेश कर गया. 30वें दिन धरना स्थल पर आठवीं कक्षा में पढ़ने वाला 13 साल का छात्र सुशांत बबली तंवर किसानों को अपना समर्थन देने पहुंचा और कहा कि जब तक सरकार इन काले कानूनों को वापस नहीं ले लेती है. तब तक आंदोलन यूं ही जारी रहेगा.
पलवल के नेशनल हाइवे-19 पर गांव अटोहां चौक स्थित कृषि बिलों को रद्द करवाने, एमएसपी पर कानून बनवाने के लिए धरने पर बैठे किसानों को आज कुंडू पाल ने अपना समर्थन दिया. धरना स्थल पर चल रही क्रमिक भूख हड़ताल के 12 वें दिन कुंडू पाल के गांव अल्लीका निवासी दादा अर्जुन, वेदप्रकाश, करण नंबरदार, लाल सिंह, महेंद्र सिंह, सुमेर सिंह, रामकिसन, मेहरचंद, सुदंर, इंदरजीत व नेपाल सिंह किसान बैठे.
4 डिग्री तापमान में भी डटे हैं किसान
धरना स्थल पर किसानों का मनोबल दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और ठंड व सर्द हवा भी उनके मनोबल को कम नहीं कर पाई रही है. 30 वें दिन मौसम का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रहा. कोहरे के साथ-साथ शीत लहरों का प्रकोप भी जारी रहा.
कृषि कानूनों के रद्द होने तक जारी रहेगा आंदोलन: किसान
किसानों को अपना समर्थन देने पहुंचे गांव पृथला निवासी आठवीं कक्षा के छात्र सुशांत बबली तंवर व किसान मेहरचंद ने बताया कि सरकार को किसानों की मांग माननी पड़ेगी. जब तक मांगे नहीं मानी जाती. तब तक आंदोलन लगातार जारी रहेगा. गूंगी-बहरी सरकार को किसानों की आवाज सुननी होगी और किसान हित में ही फैसला करना होगा.
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30 से ज्यादा किसानों की हो चुकी है मौत
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में 30 से उपर किसानों की मौत हो चुकी है. आगे भी किसी प्रकार की कोई कुर्बानी देनी पड़ेगी तो उसके लिए भी वे तैयार हैं. प्रशासन ने जो ये बैरिकेट लगाए हुए हैं. इनसे वे रुकने वाले नहीं है. जिस दिन शीर्ष नेताओं का आदेश आएगा. उस दिन इन्हें सड़क से हटाकर नीचे फेंक दिया जाएगा और दिल्ली को कूच करने के लिए आगे बढ़ा जाएगा.