पलवल: जिले के एनएच-19 पर स्थित गांव अटोहां मोड़ पर चल रहा किसानों का धरना 21वें दिन भी जारी रहा. धरने पर चल रहे किसानों की 24 घंटे की सांकेतिक भूख हड़ताल में तीसरे दिन पलवल जिले के गांव मित्रोल और औरंगाबाद के चौहान पाल के 11 किसान भूख हड़ताल पर बैठे.
भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता महेंदर चौहान ने कहा कि सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाने के लिए दोबारा से आगामी 25, 26 और 27 दिसंबर को पलवल के गांव औरंगाबाद स्थित टोल पर किसान भारी संख्या में पहुंचकर टोल को फ्री कराएंगे और आगे किसानों के शीर्ष नेताओं का जो आदेश आएगा. उसी के अनुसार रणनीति तैयार की जाएगी.
मोदी सरकार को माननी पड़ेगी किसानों की मांगें
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आंदोलन को तेज गति देकर और मजबूत किया जाएगा. जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता. तब तक वो पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं. चाहे समय कितना भी लगे. मोदी सरकार को उनकी मांगों पर विचार करना ही होगा.
पूरी जीत के साथ ही वापस लौटेंगे किसान: किसान नेता
उन्होंने बताया कि हमने पहले ही तय किया था कि जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी. तब तक हम इस किसान आंदोलन को लगातार तेज करते जाएंगे और आगामी 25, 26 और 27 दिसंबर को दोबारा से गांव औरंगाबाद स्थित टोल पर किसान भारी संख्या में पहुंचकर टोल को फ्री कराएंगे और आगे किसानों के शीर्ष नेताओं का जो आदेश आएगा. उसी के अनुसार रणनीति तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्वक अंहिसात्मक तरीके से किसानों धरना - प्रदर्शन और भूख हड़ताल अंतिम सांस तक जारी रहेगा. किसान अब पूरी जीत के साथ ही वापस लौटेगा.