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नूंह: कोरोना वॉरियर्स महिलाओं को सलाम, सस्ते दाम में लोगों के लिए बना रही हैं अच्छे मास्क

इस समय कोरोना महामारी से बचने का अच्छा उपाय मास्क है. जब से कोरोना वायरस का संकट बढ़ा है, तभी से बाजार में मास्क की डिमांड बढ़ गई है. नूंह जिले के 25 गांवों की महिलाओं ने मास्क बनाने शुरू कर दिए हैं. उससे उनको रोजगार भी मिल रहा है और लोगों को सस्ते दामों पर मास्क भी उपलब्ध हो रहे हैं.

women of nuh making mask under haryana livelihood mission for public and selling on cheap rate
women of nuh making mask under haryana livelihood mission for public and selling on cheap rate
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Published : May 18, 2020, 4:19 PM IST

नूंह: हरियाणा आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कोविड-19 महामारी से निपटने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के मकसद से इन दिनों मास्क बनाने में लगी हुई हैं. जिले के करीब 25 गांवों की 150 महिलाएं मास्क बनाने में जुटी हुई हैं. महिलाओं की ओर से बनाए गए मास्क मनरेगा मजदूरों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारी और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों में वितरित किए जा रहे हैं.

संस्था से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया कि महिलाओं की ओर से जो मास्क बनाए जा रहे हैं. उनकी बाजार में करीब 30 रुपये प्रति मास्क कीमत है, लेकिन महिलाओं की ओर से इन मास्क को सिर्फ 15 रुपये में बेचा जा रहा है. इनसे ना केवल कोविड-19 से निपटने में लोगों को मदद मिल रही है, बल्कि महिलाओं का मास्क को बनाने का खर्चा इसी से निकल रहा है.

ये भी पढे़ं:-कोरोना संकट : लॉकडाउन 4.0 शुरू, जानिए- नए नियमों में क्या-क्या हुए बदलाव

कुल मिलाकर देश कोरोना महामारी से निपटने के लिए पूरी तरह एकजुट है. यही कारण है कि जिले के बारोटा, आटा, जोरासी आदि गांव की महिलाएं घर के काम से समय निकालकर मास्क बनाने के काम में जुटी हुई हैं. महिलाओं की ओर से बनाए गए मास्क का एक स्टोर लघु सचिवालय में लगाया गया है. जिससे लोग कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क खरीद सकते हैं.

नूंह: हरियाणा आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कोविड-19 महामारी से निपटने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के मकसद से इन दिनों मास्क बनाने में लगी हुई हैं. जिले के करीब 25 गांवों की 150 महिलाएं मास्क बनाने में जुटी हुई हैं. महिलाओं की ओर से बनाए गए मास्क मनरेगा मजदूरों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारी और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों में वितरित किए जा रहे हैं.

संस्था से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया कि महिलाओं की ओर से जो मास्क बनाए जा रहे हैं. उनकी बाजार में करीब 30 रुपये प्रति मास्क कीमत है, लेकिन महिलाओं की ओर से इन मास्क को सिर्फ 15 रुपये में बेचा जा रहा है. इनसे ना केवल कोविड-19 से निपटने में लोगों को मदद मिल रही है, बल्कि महिलाओं का मास्क को बनाने का खर्चा इसी से निकल रहा है.

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