नूंह: जिले में लाइसेंस नवीनीकरण नहीं होने के चलते हजारों चालक अपना रोजगार गंवा चुके हैं. रोजी-रोटी नहीं मिलने की चिंता में बेरोजगार चालक या तो कर्ज के बोझ के नीचे दबते जा रहे हैं या फिर अपराध की दुनिया तक का रास्ता अपना रहे हैं.
वहीं आरटीए विभाग के मुताबिक अधिकतर लाइसेंस फर्जी हैं या फिर दस्तावेजों में कोई न कोई कमी है. जिसकी वजह से लाइसेंस नवीनीकरण नहीं हो रहा, लेकिन दुख की बात ये है कि फर्जी के चक्कर में असली दस्तावेज वाले चालकों के लाइसेंस भी पिछले कई वर्षों से नवीनीकरण नहीं हो पा रहे हैं.
कुछ चालकों की तो सरकारी फीस तक कटी हुई है. फाइल सालों से जमा है, लेकिन उस पर हाथ लगाने में अधिकारियों-कर्मचारियों को दिक्कत हो रही है. आरटीए कार्यालय की खिड़की पर सुबह से शाम तक सैकड़ों लोग लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए आते हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं होती.