नूंह: तीन कृषि कानूनों के विरोध में राजस्थान-हरियाणा सीमा पर सुनहेड़ा बॉर्डर पर 2 राज्यों के किसानों के पड़ाव को कई दिन हो चुके हैं. मंगलवार को किसानों ने सुनहेड़ा बॉर्डर पर किसानों के समर्थन में कार्यक्रम किया था. उस दौरान हरियाणा पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों की पुख्ता तैनाती की गई थी.
दरअसल किसानों ने दिल्ली कूच करने का अल्टीमेटम दिया था, जिसे देखते हुए मेवात जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो किसानों को सड़क पर ही बैठना पड़ा. अभी इस पड़ाव को महज 3 दिन हुए हैं, लेकिन 3 दिन में ही काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. मंगलवार को जहां हरियाणा पुलिस और सीआरपीएफ के सैकड़ों जवानों की तैनाती के अलावा आला अधिकारी दिखाई पड़े थे, वहीं अब नजारा बदला हुआ नजर आ रहा है.
मंगलवार को जहां दोनों राज्यों के वाहनों का आवागमन किसानों के पड़ाव की वजह से नहीं हो पा रहा था तो गुरुवार को दोनों राज्यों में वाहन आते-जाते दिखाई दिए. इसके अलावा किसान अब सड़क के एक तरफ अपना टेंट लगाकर बैठ गए और भाषण बाजी का दौर चल रहा है. इसी जगह पर खाने-पीने का इंतजाम भी कर लिया है. पहले दिन जितने किसानों की संख्या थी , उसमें तीसरे दिन कमी जरूर देखने को मिली.
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किसानों ने कहा कि भले ही सुप्रीम अदालत ने तीनों कानूनों पर रोक लगा दी हो और इस पर 4 सदस्य कमेटी बना दी हो, लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर इसी तरह डटा रहेगा और कानून रद्द होने के बाद ही अपने घर लौट जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि गांव-गांव जाकर किसानों के इस पड़ाव में शामिल होने की अपील भी की जा रही है. जल्द ही किसानों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिलेगा.