नूंह: एक कहावत है कि 'इतना डर नाहर का नहीं, जितना टपके का'. इसी कहावत को नूंह में पूरा होते हुए देखा जा सकता है. रोडवेज विभाग के खूबसूरत दिखने वाले भवन में बरसात के सीजन में लोग बेहद परेशान रहते हैं. परेशानी की वजह है छत से टपकता पानी.
विभाग के कर्मचारियों ने भवन निर्माण का काम संभालने वाले पीडब्ल्यूडी विभाग और निर्माण करने वाले ठेकेदार पर मिलीभगत कर घटिया सामग्री लगाने का आरोप लगाया है. साथ ही डीसी से रोडवेज यूनियन से जुड़े कुछ कर्मचारियों की शिकायत भी की है.
कर्मचारियों के मुताबिक नूंह बस अड्डा कैथल के बाद खूबसूरती और व्यवस्थाओं के हिसाब से दूसरे नंबर पर आता है. वर्ष 2014 में पूर्व सीएम हुड्डा के कार्यकाल में इसकी आधारशिला रखी गई थी और बस अड्डा जुलाई 2016 में बनकर तैयार हुआ. बस अड्डा परिसर में एक भी कमरा ऐसा नहीं है जहां रिकार्ड एवं फर्नीचर इत्यादि के भीगने का खतरा न बना रहता हो.
पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई आवेश कुमार कर्मचारियों के साथ भवन की मरम्मत कराने में जुटे हुए हैं. भवन उद्घाटन के बाद से ही पिछले तीन वर्षों से लगातार टपक रहा है. जेई ने कहा कि विभाग जल्द ही इसको ठीक करा देगा. छत की टाइल के जोड़ खुलने की वजह से भवन टपक रहा है. सप्ताह भर से पहले ही इसे पूरी तरह ठीक करा दिया जायेगा.
वहीं रोडवेज विभाग के कर्मचारियों ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि विजिलेंस विभाग से इस मामले की जांच कराई जाएगी. सप्ताह भर में बस अड्डा भवन को ठीक नहीं किया तो प्रदर्शन से लेकर हड़ताल तक की नौबत आ सकती है.