नूंह: नगीना खंड के लोगों ने उपमंडल की मांग को लेकर आज से गोहर चौक नगीना पर धरना प्रदर्शन शुरू कर (People protested in Nuh) दिया है. शनिवार को शुरू हुए प्रदर्शन में अब तेजी से भीड़ जुट रही है. पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर महिलाएं भी प्रदर्शन में पहुंच रही हैं. नगीना खंड के लोग लंबे समय से चली आ रही इस मांग को सरकार द्वारा अमलीजामा नहीं पहनाए जाने से बेहद नाराज हैं. नाराज भीड़ ने रविवार को प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का पुतला जलाकर विरोध भी (CM Dushyant Chautala) जताया.
इतना ही नहीं धरना प्रदर्शन के आयोजक समाजसेवी राजुद्दीन जंग ने साफ तौर पर कहा कि आगे प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री व सांसद राव इंद्रजीत सिंह सहित उन नेताओं के पुतला जलाने का सिलसिला जारी रहेगा जो नेता नगीना को उपमंडल का दर्जा दिलाने से कन्नी काट रहे हैं. भीड़ ने रैली निकालकर भी लोगों को जागरूक करने का काम किया. नगीना खंड के लोगों ने कहा कि अब उन्हें फिरोजपुर झिरका जाना पड़ता है. नगीना खंड के कई गांवों से फिरोजपुर झिरका की दूरी तकरीबन 40 किलोमीटर है, जिससे समय और धन दोनों की बर्बादी हो रही है.
उन्होंने कहा कि इलाके की ऐसी कई और मांगें हैं, जिन पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है. इलाका में कोई विकास न होने के कारण इलाका पिछड़ता जा रहा है. राजुद्दीन जंग में कहा कि प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बडकली चौक पर 2020 में आयोजित हुई एक जनसभा में नगीना को उपमंडल बनाने का वायदा किया था, लेकिन उन्होंने अपना वादा नहीं निभाय. इसलिए उनका पुतला जलाकर रोष जताया गया है.
बता दें कि हाल ही में सरकार ने प्रदेश के 8 जिलों में 8 उपमंडल बनाने की घोषणा (sub division status for Nagina) की है, जिनमें पड़ोसी जिला गुरुग्राम का मानेसर उपमंडल भी शामिल है. नगीना खंड के लोगों ने कहा कि कई दशकों से इस इलाके के लोग नगीना को सब डिवीजन बनाने की मांग कर रहे हैं. तकरीबन 68 गांव इस खंड में आते हैं. इतना ही नहीं अगर नगीना-तिजारा मार्ग का निर्माण कार्य तेजी से शुरू होता है तो राजस्थान को आसानी में सुगमता के साथ जोड़ा जा सकता है.
इससे दोनों राज्यों के व्यापार पर भी असर पड़ेगा, लेकिन सरकार इस क्षेत्र के विकास पर तवज्जो नहीं दे रही है. जिससे लोगों में सरकार के प्रति गुस्सा बढ़ता जा रहा है. इतना ही नहीं अगर सरकार ने जल्दी ही इलाके के लोगों की मांग पर ध्यान नहीं दिया तो आगामी 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर कोई बड़ा आंदोलन भी नगीना उपमंडल सहित अन्य मांगों को लेकर शुरू करने से इंकार नहीं किया जा सकता.
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