नूंह: प्रदेशभर के सरपंच भले ही पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली का विरोध करते आ रहे हैं, लेकिन मंगलवार को पंचायत मंत्री ने नूंह जिले के लोगों का दिल जीत लिया. नूंह जिले के लोगों की पिछले 30 से 40 सालों से जो मांगें थी, उन मांगों में से अधिकतर मांगों का निपटारा पंचायत मंत्री ने किया जिससे नूंह के लोगों के दिलों पर पंचायत मंत्री छा गये. नूंह के लोगों ने अपनी समस्याओं और लंबे समय से की जा रही मांगों को देवेंद्र बबली के सामने रखा.
दरअसल, जिला नूंह लोक संपर्क एवं परिवाद समिति से लेकर सर्किट हाउस में समाजसेवियों के साथ हुई बैठक में पंचायत मंत्री जनता के दिलों पर छा गये. पंचायत मंत्री की कार्यशैली की ग्रीवेंस की बैठक में तालियां बजाकर सराहना की गई तो जिले के तमाम समाजसेवियों ने काफी देर तक पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के सामने उन मांगों को रखा जिनका इलाके की जनता दशकों से इंतजार कर रही है.
पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने किसी वकील की तरह मेवात के समाजसेवियों की इन मांगों को नजर अंदाज करने के बजाय मांगों पर गौर किया. तकरीबन 13 मुख्य मांगों को एक-एक करके समाजसेवियों द्वारा बारीकी से पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के सामने रखा गया. तो उपायुक्त अजय कुमार की मौजूदगी में पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने सभी मांगों पर अपनी सहमति जताते हुए कुछ का निदान खुद करने का आश्वासन दिया. वहीं, कुछ मांगों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने रखने के बाद पूरा करने का भरोसा दिलाया.
आपको बता दें कि मेवात विकास सभा जिले का अग्रणी जन संगठन है, जो समय-समय पर मेवात की मुख्य मांगों को शासन और प्रशासन के सामने मजबूती से उठाता रहा है. मेवात विकास सभा ने राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए को नूंह से मुंडका बॉर्डर तक फोरलेन बनाने, कोटला झील का विस्तार 500 एकड़ में टूरिस्ट प्लेस के तौर पर विकसित करने, मेवात कैनाल का काम जल्द से जल्द शुरू कराने, हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ की दयनीय हालत में जल्द से जल्द सुधार करने और रेगुलर डायरेक्टर की नियुक्ति करने के साथ-साथ डॉक्टरों व स्टाफ की नियुक्ति करने के बारे में बातचीत की.
इसके अलावा मेवात विकास बोर्ड वह एजेंसी की कार्य क्षमता को बढ़ाया जाए, मेवात मॉडल स्कूलों को वापस एमडीए के अंतर्गत लाया जाए, जो फिलहाल शिक्षा विभाग में मर्ज के जा चुके हैं. मेवात के सभी स्कूलों में खाली पड़े पदों को तुरंत प्रभाव से भरा जाए, केंद्रीय विद्यालय की घोषणा सालाहेड़ी गांव में कई साल पहले की गई थी, उसे जल्द से जल्द बनवाये जाने की मांग भी यहां मंत्री के सामने रखी गई.
फिरोजपुर झिरका में सरकारी कॉलेज बनाने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी लेकिन आज भी कॉलेज एक स्कूल में चल रहा है. मेवात में शैक्षणिक स्तर को ऊपर उठाने के लिए यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाए. मेवात भवन को बनाने के लिए भूमि आवंटित कर उसका निर्माण कराया जाए, जिसे पंचायत मंत्री ने अपने विभाग से कराने का पुख्ता भरोसा समाजसेवियों को दे दिया. इसके अलावा उजीना ड्रेन के साथ-साथ दोनों तरफ से सैकड़ों एकड़ जमीन पानी से भर जाती है, उसकी परमानेंट निकासी का इंतजाम कराया जाए.
आकेड़ा गांव में निर्माणाधीन युनानी कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू कराया जाए, नगीना-तिजारा मार्ग के बंद पड़े काम को जल्द से जल्द शुरू करवाये जाने की मांग भी बैठक में रखी गई. कुल मिलाकर इन सभी मांगों पर पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने बड़ी बेबाकी से अपनी राय रखी और भरोसा दिलाया कि जल्दी ही इन मांगों को लेकर वे प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात करेंगे. इन सभी मांगों को अमली जामा पहनाने की अपनी तरफ से भरपूर कोशिश करेंगे. शिक्षा सहायक के पदों पर खाली पड़े टीजीटी पदों को जल्द भरा जाए.
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