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नूंह हिंसा के आरोपियों से जेल में अमानवीय व्यवहार का आरोप, परिजनों ने डीजीपी जेल और हाईकोर्ट में लगाई न्याय की गुहार - नूंह में ब्रज मंडल शोभायात्रा

नूंह में ब्रज मंडल शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के आरोपियों के साथ जेल में कथित अमानवीय व्यवहार की खबरें सामने आईं है. वहीं, इस मामले में जेल में बंद आरोपियों के परिजनों ने डीजीपी जेल, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में न्याय की गुहार लगाई है. क्या है पूरा मामला जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर? (Nuh violence Update)

Nuh violence accused assaulted in jail
नूंह हिंसा के आरोपियों से जेल में अमानवीय व्यवहार का आरोप.
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Dec 17, 2023, 2:14 PM IST

नूंह हिंसा के आरोपियों से जेल में अमानवीय व्यवहार का आरोप.

नूंह: हरियाणा के नूंह हिंसा मामले में पिछले कई महीने से अलग-अलग मुकदमों में बंद कैदियों के साथ जेल प्रशासन के द्वारा अमानवीय व्यवहार का आरोप लगा है. आदालत के आदेश पर शनिवार, 16 दिसंबर कैदियों का मेडिकल कराया गया. मेडिकल के दौरान यह समाने आया है कि अस्पताल में आए कैदियों को चलने-फिरने में परेशानी हो रही है. मामले का खुलासा होने पर पीड़ित पक्ष के वकील ने ताहिर हुसैन रुपडिया ने 13 दिसंबर को डालसा सचिव और अध्यक्ष के अलावा डीजीपी जेल, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को उपरोक्त मामले की शिकायत की.

पीड़ित पक्ष के वकील का आरोप: इसके बाद मामला अदालत पहुंचा तो शनिवार को कोर्ट ने जेल सुरक्षा कर्मियों की पिटाई से घायल हुए कैदियों का मेडिकल परीक्षण अल आफिया सामान्य स्थल मांडीखेड़ा में कराने का आदेश दिया. नूंह पुलिस शौकीन निवासी फिरोजपुर नमक उम्र 25 वर्ष, ओसामा निवासी फिरोजपुर नमक उम्र 25 वर्ष, इम्तियाज निवासी बेंसी उम्र 34 वर्ष, सोहेल निवासी ढेंकली उम्र 21 वर्ष को लेकर पहुंची. इसके बाद राहुल निवासी निजामपुर को पुलिस अल्फिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा लेकर पहुंची. इन कैदियों हालत नाजुक दिखाई दी.

कैदियों का गहनता से मेडिकल जांच: घायल सभी कैदियों का मेडिकल बोर्ड के डॉक्टर नीतीश अग्रवाल, डॉक्टर सचिन यादव, डॉक्टर मनीष खुराना ने किया. तीनों डॉक्टर ने कैदियों की चोटों का विवरण पूरे विस्तार से लिख लिया है और गहनता से मेडिकल परीक्षण किया है. अब इस रिपोर्ट को पुलिस के माध्यम से कोर्ट में भेजने की तैयारी की जा रही है. मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर सचिन यादव ने कहा कि कुछ कारणों के चलते रिपोर्ट के बारे में अभी विस्तार से नहीं बताया जा सकता. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कैदियों को परेशानी हो रही थी. रिपोर्ट में जो कुछ सामने आया है, उसे अदालत में भेज दिया गया है.

Nuh violence accused assaulted in jail
परिजनों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

परिजनों की मांग: पीड़ित कैदियों के परिजनों का कहना है कि जेल प्रशासन ने मानव अधिकारों का जमकर उल्लंघन किया है. कैदियों का मेडिकल होने के बाद उन सुरक्षा कर्मियों की मुसीबत बढ़ सकती है, जिनके ऊपर जेल में बंद कैदियों से अमानवीय व्यवहार के आरोप लगे हैं. वहीं, इस पूरे मामले में पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है. जेल प्रशासन का कहना है कि आरोप सिद्ध होने पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल अभी तफ्तीश जारी है.

ये भी पढ़ें: नूंह हिंसा के बाद बुलडोजर की कार्रवाई से बेघर लोगों को जमीयत उलेमा ए हिंद ने बसाया, जमीन और एक लाख का चेक दिया

ये भी पढ़ें: Nuh News : नूंह हिंसा के आरोपी कांग्रेस MLA मामन खान को बड़ी राहत, एडीजे कोर्ट से मिली जमानत

नूंह हिंसा के आरोपियों से जेल में अमानवीय व्यवहार का आरोप.

नूंह: हरियाणा के नूंह हिंसा मामले में पिछले कई महीने से अलग-अलग मुकदमों में बंद कैदियों के साथ जेल प्रशासन के द्वारा अमानवीय व्यवहार का आरोप लगा है. आदालत के आदेश पर शनिवार, 16 दिसंबर कैदियों का मेडिकल कराया गया. मेडिकल के दौरान यह समाने आया है कि अस्पताल में आए कैदियों को चलने-फिरने में परेशानी हो रही है. मामले का खुलासा होने पर पीड़ित पक्ष के वकील ने ताहिर हुसैन रुपडिया ने 13 दिसंबर को डालसा सचिव और अध्यक्ष के अलावा डीजीपी जेल, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को उपरोक्त मामले की शिकायत की.

पीड़ित पक्ष के वकील का आरोप: इसके बाद मामला अदालत पहुंचा तो शनिवार को कोर्ट ने जेल सुरक्षा कर्मियों की पिटाई से घायल हुए कैदियों का मेडिकल परीक्षण अल आफिया सामान्य स्थल मांडीखेड़ा में कराने का आदेश दिया. नूंह पुलिस शौकीन निवासी फिरोजपुर नमक उम्र 25 वर्ष, ओसामा निवासी फिरोजपुर नमक उम्र 25 वर्ष, इम्तियाज निवासी बेंसी उम्र 34 वर्ष, सोहेल निवासी ढेंकली उम्र 21 वर्ष को लेकर पहुंची. इसके बाद राहुल निवासी निजामपुर को पुलिस अल्फिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा लेकर पहुंची. इन कैदियों हालत नाजुक दिखाई दी.

कैदियों का गहनता से मेडिकल जांच: घायल सभी कैदियों का मेडिकल बोर्ड के डॉक्टर नीतीश अग्रवाल, डॉक्टर सचिन यादव, डॉक्टर मनीष खुराना ने किया. तीनों डॉक्टर ने कैदियों की चोटों का विवरण पूरे विस्तार से लिख लिया है और गहनता से मेडिकल परीक्षण किया है. अब इस रिपोर्ट को पुलिस के माध्यम से कोर्ट में भेजने की तैयारी की जा रही है. मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर सचिन यादव ने कहा कि कुछ कारणों के चलते रिपोर्ट के बारे में अभी विस्तार से नहीं बताया जा सकता. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कैदियों को परेशानी हो रही थी. रिपोर्ट में जो कुछ सामने आया है, उसे अदालत में भेज दिया गया है.

Nuh violence accused assaulted in jail
परिजनों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

परिजनों की मांग: पीड़ित कैदियों के परिजनों का कहना है कि जेल प्रशासन ने मानव अधिकारों का जमकर उल्लंघन किया है. कैदियों का मेडिकल होने के बाद उन सुरक्षा कर्मियों की मुसीबत बढ़ सकती है, जिनके ऊपर जेल में बंद कैदियों से अमानवीय व्यवहार के आरोप लगे हैं. वहीं, इस पूरे मामले में पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है. जेल प्रशासन का कहना है कि आरोप सिद्ध होने पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल अभी तफ्तीश जारी है.

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