नूंह: दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की घटना के बाद अचानक कोरोना के मामले तेज हो गए हैं. इसको लेकर कई लोगों को आइसोलेट किया गया. इस बीच नूंह मदरसा संचालक मुफ्ती जाहिद हुसैन का बड़ा बयान सामने आया है.
मदरसा संचालक मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा है कि मरकज निजामुद्दीन को बदनाम करने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि मीडिया मरकज को टारगेट कर एक समुदाय के लोगों को निशाना बना रहा है. उन्होंने कहा कि मरकज का लंबा इतिहास रहा है. आज तक उस पर कोई भी दाग नहीं लगे हैं.
उन्होंने बताया कि मरकज का 93 साल में किसी भी राजनीतिक दल के साथ वास्ता नहीं रहा, लेकिन आजकल मरकज को निशाना बनाकर कई आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि 1927 से तबलीगी जमात की शुरुआत नूंह जिले की सरजमी से हुई थी. उन्होंने बताया कि तबलीगी जमात समाज में फैली बुराइयों को दूर करने और इस्लाम धर्म का प्रचार करने का काम करती है.
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मरकज निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में हर समय आने- जाने वाले लोगों की भीड़ जमा रहती है. जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन का ऐलान किया तो तबलीगी जमात के लोग मरकज में ही ठहर गए थे. उन्होंने जानबूझकर ऐसा कुछ नहीं किया जो मुल्क के खिलाफ हो. उन्होंने कहा कि जो भी तबलीगी जमात के सदस्य नूंह जिले में ठहरे हुए हैं. उन सभी के बारे में जिला प्रशासन को सूचना दे दी गई है.
अधिकतर तबलीगी जमात के लोगों को आइसोलेशन सेंटरों में रखा गया है. जिला प्रशासन तबलीगी जमातों की मदद कर रहा है, तो तबलीगी जमात से जुड़े लोग भी जिला प्रशासन की मदद कर रहे हैं. जहां पर भी तबलीगी जमात के सदस्य रुके हुए हैं, वहां किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है.