नूंह: नूंह में कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए सरकार और प्रशासन सख्त दिखाई दे रहें हैं. नूंह के उपायुक्त पंकज ने सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह की टीम के साथ मिलकर लोगों को चिन्हित कर सैंपल एकत्रित कराने का काम किया. उपायुक्त ने बताया कि रमजान के महीने में गांव में लोगों के सैंपल लेने में स्वास्थ्य विभाग को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लगातार गांव – गांव जाकर लोगों के सैंपल लेने का काम कर रहा है. वहीं लघु सचिवालय में भी भी लोगों का आना जाना लगा रहता है. जहां पर भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों के सैंपल लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि रमजान के पवित्र महीने में रोजेदारों को कोरोना सैंपल देने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक एंबुलेंस को अस्पताल का रूप दिया गया है.
इस एंबुलेंस में सवार होकर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव -गांव जाएगी और संदिग्ध मरीजों का सैंपल लेने का काम करेगी. उन्होंने बताया कि रोजाना 50 से अधिक सैंपल एंबुलेंस में लिए जा रहे हैं. इस एंबुलेंस में सैंपल देने में मरीज को कोई दिक्कत नहीं होती है. और न ही डॉक्टरों की टीम को कोई परेशानी होती है.
ये भी पढ़िए: Exclusive- कोरोना महामारी से कैसे करें बचाव, जानें डॉ नरेश त्रेहान से
उपायुक्त नूंह ने बताया कि इस एंबुलेंस में सवार डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन को पीपीई किट की जरूरत महसूस नहीं होगी. वहीं मरीज का सैंपल लेने वाले स्टाफ को इस एंबुलेंस में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने बताया कि सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा से कुछ गांव की दूरी 60- 65 किलोमीटर तक है. इसलिए वहां से सैंपल लेने के लिए मरीजों को लाने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अब ज्यादातर लोगों को सैंपल लेने के लिए बसों और एंबुलेंस में बैठाकर अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा में लाया जा रहा है.