नूंह: दुनिया में फैल रहे कोरोना वायरस को लेकर नूंह का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. स्वास्थ्य विभाग जिले के सभी तीन टोल प्लाजा, 5 सीएचसी, सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा, सीएमओ कार्यालय, डीसी कार्यालय, बस अड्डा इत्यादि पर बड़े होर्डिंग लगाकर लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है.
लोगों को किया जा रहा है जागरूक
जिले के नल्हड मेडिकल कॉलेज और मांडीखेड़ा अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. दोनों जगह अलग-अलग नॉडल अधिकारी की नियुक्ति से लेकर टोल फ्री नंबर तक जारी किए हैं. भारत के सिर्फ उन लोगों को इस बीमारी के बारे में चिंता करने की जरूरत है, जिनके यहां चीन से कोई व्यक्ति आया हो.
चीन से आने वालों की काउंसलिंग की जा रही है
नूंह जिले से शिकरावा गांव का साइंटिस्ट चीन के वुहान शहर से भारत करीब 20-22 दिन पहले आए थे. जिनकी लगातार काउंसलिंग के साथ जांच जारी है, जो अब पूरी तरह स्वस्थ है. डॉक्टर्स ने कहा है कि लोगों को कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग ने रेपिड रिस्पॉंस टीम का गठन किया
नूंह के स्वास्थ्य विभाग ने रेपिड रिस्पांस टीम का गठन भी किया है. अगर किसी व्यक्ति चीन से आने की सूचना मिलती है तो तुरंत उसकी जानकारी विभाग को दी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव-गांव जाकर लोगों को कोरोना वायरस के बारे में जागरूक करेंगी.
सार्वजनिक स्थानों पर पम्फलेट वितरित
लोगों को जागरुक करने के लिए पीएचसी से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर पम्पलेट भी वितरित किए जा रहे हैं, जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण एवं रोकथाम करने के उपाय के साथ डॉक्टर्स के मोबाइल नंबर भी अंकित किए हुए हैं.
क्या है कोरोना वायरस ?
जिला मलेरिया अधिकारी एवं उप सिविल सर्जन डॉक्टर अरविंद ने बताया कि कोरोना वायरस एक तरह का फ्लू है. जैसे स्वाइन फ्लू और बर्ड फ्लू हैं. इसकी कोई वैक्सीन या दवाई नहीं है. नॉर्मल दवाइयों से ही इसका इलाज किया जा रहा है. डॉक्टर ने बताया कि पशुओं से ये वायरस कई बार इंसान में आ जाता है. 65 साल से अधिक आयु वाले लोगों की जान को खतरा इसमें अधिक होता है.
क्या है कोरोना वायरस के लक्षण ?
कोरोना वायरस में खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण जानकर मानते हैं. ध्यान देने की बात ये है कि भारत में नॉर्मल खांसी, जुकाम से घबराने की जरूरत नहीं है. अभी इस तरह का वायरस कहीं नहीं मिला है. लोग खासकर उन लोगों पर नजर रखें, जो चीन से भारत लौटकर आए हों.
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कैसे करें संक्रमण से बचाव ?
- प्रभावित देश चीन से आए यात्रियों को यदि लक्षण हो तो तुरंत कॉल सेंटर अथवा नजदीकी चिकित्सा संस्थान पर संपर्क कर परामर्श, उपचार, जांच करवाएं.
- लक्षण वाले यात्री मास्क का उपयोग करें और लोगों से दूरी बनाए रखें
- अगर किसी को इसकी शिकायत हो तो वो घर से बाहर कम निकलें
- मरीज को खुद उपचार नहीं करना चाहिए
- मरीजा डॉक्टर की सलाह से उपचार करवाना चाहिए
- खांसते, छींकते समय टिश्यू और रूमाल का उपयोग करें
- मरीज हाथ मिलाने से भी गुरेज करें