नूंह: राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए से प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए पीला पंजा चलाना शुरू कर दिया है. प्रशासन ने हरियाण हयूमन राइट्स के आदेशानुसार जिले के मालबा गांव में कई सालों से किया गया अतिक्रमण पर कार्रवाई की. सरकारी जमीन से कब्जा मुक्त कराने के लिए भारी पुलिस बल के सहयोग से पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ फजरुददीन और डयूटी मजिस्ट्रेट ( फिरोजपुर झिरका) की अगुवाई में ये अभियान चलाया गयाय
अतिक्रमण पर चला पीला पंजा
इस अभियान के तहत लोगों द्वारा सड़क के किनारे कब्जा की हुई करीब 200 फुट की सरकारी भूमि को कब्जे से मुक्त कराया गया. अवैध कब्जे को हटवाने के लिए जैसे ही जेसीबी का पंजा चला तो लोगों में हड़कंप मच गया. पीडब्ल्यूडी विभाग के एक्सइन जगभूषण ने बताया कि नेशनल हाइवे 248 ए के साथ नूह-फिरोजपुर झिरका तक हो रहे कब्जे को पूरी तरह से हटवाया जा रहा है.
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अतिक्रमण से रहता है हादसों का डर
राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों की वजह से खूनी मार्ग का नाम भी इलाके के लोगों ने दिया हुआ है. अतिक्रमण हटने से सड़क हादसों में कमी आने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है. दुकानदारों को भले ही जिला प्रशासन की कार्रवाई रास नहीं आ रही हो, लेकिन जिले के इस मुख्य मार्ग से गुजरने वाले लोग सुरक्षित अपने घर जरूर पहुंच सकते हैं.
'पीला पंजा चलाने से पहले देनी चाहिए थी सूचना'
अतिक्रमण के चलते कई बार जाम जैसे हालात बन जाते हैं, तो अतिक्रमण की वजह से साइड लेने तक में वाहन चालकों को परेशानी होती है. वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि कब्जे को हटवाने के लिए उन्हें पहले सूचना नहीं दी गई. जिसके कारण उनका काफी नुकसान हुआ, जिसकी लोगों ने मुआवजे की मांग की है.