नूंह: गुरुवार को थाना शहर नूंह एसएचओ बिजेंद्र सिंह राठी को नूंह क्षेत्र की एक महिला ने दुष्कर्म करने और किसी अन्य मामले में मुकदमा दर्ज करने की एवज में 30 हजार रुपए की मांग करने सहित कई गंभीर आरोपों लगाते हुए मामला दर्ज कराया था. वहीं, महिला थाना नूंह पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने कुछ घंटे के बाद ही आरोपी एसएचओ को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन कुछ घंटे बाद ही आरोपी एसएचओ को महिला के बयान बदलने के चलते जमानत मिल गई.
गुरुवार तक जो महिला नूंह शहर थाना एसएचओ बिजेंद्र सिंह राठी पर शारीरिक शोषण सहित कई गंभीर आरोप लगा रही थी. उसके सुर शुक्रवार को बदले-बदले नजर आए, जिसके चलते एसएचओ को जमानत दी गई. इस मामले में महिला थाना प्रभारी नूंह ने पत्रकारों को बताया कि पीड़ित महिला ने परिवार के साथ आकर कहा कि उसके साथ दुष्कर्म नहीं किया गया, बल्कि छेड़छाड़ की गई. उसी के आधार पर पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जिसे न्यायालय की सलाह पर पुलिस जमानत पर छोड़ दिया गया.
जब पीड़ित महिला द्वारा बयान बदलने की बात महिला थाना प्रभारी नूंह से पूछी गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है. मामले की जांच पूरी होने पर अगर पीड़ित महिला गलत पाई जाती है तो उसके खिलाफ 182 की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल थाना शहर नूंह प्रभारी बिजेंद्र राठी को राहत मिल गई है. उन्हें जेल जाने से पहले ही जमानत मिल गई है. अब यह जांच का विषय है कि जो महिला गुरुवार तक एक के बाद एक बेहद गंभीर आरोप शहर थाना एसएचओ बिजेंद्र कुमार राठी पर लगा रही थी. उसके सुर चंद घंटे बाद ही क्यों और किस लिए बदल गए. इस मामले की गहनता से जांच होना जरूरी है.
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