नूंह: रमजान का पवित्र महीना तीन-चार दिन बाद अलविदा कहने जा रहा है. उसके बाद ईद उल फितर मनाया जाएगा लेकिन इस बार इस त्यौहार पर कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. नूंह में हमेशा ईद से कुछ दिन पहले बाजारों में देखने लायक रौनक होती थी जो कि इस साल गायब है.
कोरोना का असर, बाजार से खरीददार गायब
पहले बाजारों में इतने खरीददार होते हैं कि पैर रखने के लिए जगह तक नहीं मिलती थी, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते बाजारों से रौनक पूरी तरह गायब है. कोरोना के चलते लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. दूसरा भीड़भाड़ में जाने से बीमारी फैलने का खतरा भी लगातार बना हुआ है.
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यही कारण है कि बाजारों में भीड़भाड़ बहुत ही कम दिखाई दे रही है. इस बार लोग खरीददारी के लिए कम ही घरों से बाहर निकल रहे हैं बल्कि खरीदारी के बजाय गरीबों की मदद करने में लगे हुए हैं. वहीं जो लोग बाजारों में जा भी रहे हैं, वो सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रख रहे हैं. इसके अलावा कुछ लोग बिना मास्क के ही बाजारों में पहुंच रहे हैं.
इस बार घर में ही होगी नमाज अदा
इसके अलावा इस बार ईदगाह व मस्जिदों में नमाज अदा नहीं होगी इसलिए लोग अपने घरों में इस पवित्र पर्व पर नमाज अदा करेंगे. कुल मिलाकर कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार ईद पर पहले जैसी खुशियां दिखाई नहीं देगी. इससे न केवल दुकानदार परेशान हैं, बल्कि समाज के लोग भी इतने खुश दिखाई नहीं दे रहे जितना पहले देखने को मिलते थे.
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