नूंहः प्रदेश में एनएचएम कर्मचारी पिछले तेरह दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन पर डटे हुए हैं. साथ ही आठ कर्मचारी भूख हड़ताल पर भी बैठे गए हैं. इसी कड़ी में नूंह के अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एनएचएम के सैकड़ों कर्मचारी कामकाज छोड़ दरी बिछाकर पिछले कई दिनों से बैठे हुए हैं. बता दें कि नूंह में एनएचएम कर्मचारियों की संख्या 550 से ज्यादा है. जिनमें अकाउंट, पैरामेडिकल, चालक, नर्स का स्टाफ शामिल है.
बिना स्टाफ के डॉक्टर भी कार्यालय के कामकाज से लेकर मरीजों के स्वास्थ्य की जांच नहीं कर पा रहे. सामान्य अस्पताल से लेकर नूंह, पुन्हाना, तावडू, फिरोजपुर झिरका सीएचसी से लेकर पीएचसी ही नहीं हेल्थ सेंटर पर भी एनएचएम के कर्मचारी तैनात हैं.
भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है, जिसते चलते फिलहाल हड़ताल को 20 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार जब तक उनकी मांगों को नहीं मानती हड़ताल जारी रहेगी.
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कर्मचारियों की मुख्य मांगें
मांगों में एनएचएम कर्मचारियों को नियमित करना, सभी लाभ और भत्ते देना, वर्दी भत्ता, जोखिम भत्ता, एएनसी भत्ता, अर्जित अवकाश, शिशु साक्षरता भत्ता और कैशलेस मेडिकल भत्ता, डॉक्टर्स का एनपीए शामिल हैं. कर्मचारियों का कहना है कि स्थाई सेवा सुरक्षा के अलावा सेवा नियमों की वेतन विसंगतियां और आवयश्क संसोधन, सातवें वेतन आयोग का लाभ देने सहित उनकी विभिन्न मांगें हैं, जिन्हें सरकार लगातार अनदेखा कर रही है. एनएचएम कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उनकी हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती हैं.