नूंह: गुरुवार को एनएचएम कर्मचारी संघ के बैनर तले सैकड़ों एनएचएम कर्मचारियों ने मांडी खेड़ा अस्पताल के प्रांगण में एक दिवसीय सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए सिविल सर्जन कार्यालय में पहुंचकर सीएमओ जेएस पुनिया के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम ज्ञापन सौंपा.
एनएचएम कर्मचारियों ने सरकार को भेजे ज्ञापन में एनएचएम कर्मचारियों के अलावा स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध आधार पर लगे कर्मचारियों और आशा वर्कर को नियमित कर सेवा सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है. कर्मचारियों ने सरकार को भेजे ज्ञापन में तकरीबन दर्जन भर मांगों का जिक्र किया है.
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एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष रिहान रजा ने कहा कि स्वास्थ्य ठेका कर्मचारियों, एमएचएम के अंतर्गत लगे सभी कैटेगरी के अनुबंधित कर्मचारियों और आशा वर्करों को नियमित किया जाए. इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवाओं में निजीकरण और ठेका प्रथा की नीतियों पर स्थाई रोक लगाई जाए, स्वास्थ्य सेवाओं में आबादी के अनुसार विस्तार किया जाए.
एनएचएम कर्मचारी इस बात से भी नाराज हैं कि वो कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग के कंधे से कंधा मिलाकर दिन-रात काम कर रहे हैं, लेकिन फिर भी उनको समय पर वेतन नहीं मिल रहा है और ना ही उनका कॉन्ट्रेक्ट बढ़ाया जा रहा है. कुल मिलाकर एनएचएम कर्मचारियों के सांकेतिक विरोध प्रदर्शन से स्वास्थ्य विभाग से लेकर सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.