नूंह: जिले में मेवात विकास अभिकरण के अधीन चल रहे आठ मॉडल स्कूलों में कार्यरत सहायक अध्यापकों और नॉन टीचिंग स्टाफ ने बुधवार को गेट मीटिंग की गई. मेवात मॉडल स्कूल एंप्लाइज एसोसिएशन के सदस्यों ने नारेबाजी कर अपना विरोध जताया संगठन के प्रधान सतीश कटाने ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि कर्मचारियों को लगभग पिछले 5 माह से वेतन नहीं मिला है. वेतन नहीं मिलने से कोविड-19 काल में घर चलाना मुश्किल हो रहा है. इसके अलावा कच्चे कर्मचारियों को तत्काल पक्का किया जाना चाहिए.
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जिला खंड के प्रधान सुनील यादव ने कहा कि एक्स ग्रेशिया पॉलिसी लागू होनी चाहिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा एमडीबी की 30 वीं मीटिंग में लिया गया मेवात मॉडल स्कूलों को शिक्षा विभाग में समायोजित करने का फैसला तुरंत लागू किया जाए. एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि प्रशासन की नियत इन स्कूलों को लेकर हमेशा ठीक रही है, वहीं स्कूलों की आड़ में मलाई मार रहे कुछ अधिकारी कर्मचारी इन कामों में लगातार रोड़ा बने हुए हैं.
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गेट मीटिंग में बुधवार को भारी संख्या में अध्यापक गण एकत्रित हुए और अच्छे काम को रोड़ा बन रहे लोगों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. खास तौड़ पर अध्यापकों का केहना हैं कि 5 माह का रुका हुआ वेतन दिया जाए इसके अलावा कच्चे कर्मचारियों को तत्काल पक्का किया जाना चाहिए.