ETV Bharat / state

नूंह में मौसमी बीमारियों का घर पर होगा इलाज, स्वास्थ्य विभाग ने चलाई 21 बसें - नूंह की खबर

नूंह प्रशासन ने मौसमी बीमारियों को देखते हुए 21 मोबाइल स्वास्थ्य वेन तैनात की हैं. इस काम में हरियाणा रोडवेज की बसों की ड्यूटी लगाई गई है. बसें गांव-गांव जाकर लोगों का इलाज करेंगी. पढ़ें पूरी खबर...

nuh medical mobile van
nuh medical mobile van
author img

By

Published : Apr 14, 2020, 8:09 PM IST

नूंह: लॉकडाउन की वजह से कई प्रकार की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. इन सभी लोगों को इलाज घर पर ही होगा. इस बात की जानकारी देते हुए डीसी पंकज और सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि जिले के सभी 503 गांवों में हरियाणा रोडवेज की करीब 21 बसों को रवाना किया है. ये बसें गांव-गांव जाकर ऐसे लोगों की जांच करेंगी. जिन लोगों को कोई पुरानी बीमारी है या कोई मौसमी बीमारी है, उसका इलाज घर पर हीकिया जाएगा.

घर पर होगा इलाज

सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र सिंह यादव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि विभाग को लगातार शिकायत मिल रही थी कि जो लोग कई प्रकार की बीमारियों से जूझ रहे हैं. उनको अस्पताल आने-जाने में कठिनाई हो रही हैं. साधन नहीं मिल रहे या फिर उन्हें पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी का निर्वाहन करते हुए रोक रहे हैं. ऐसे हालात में इन लोगों का इलाज करने के लिए एक बस में 3 डॉक्टरों की टीम सवार होकर जाएगी. ये टीमें गांव-गांव जाकर लोगों का इलाज करेंगी.

ये भी पढ़ें:- पड़ताल: लॉकडाउन में चारे की कमी ने तोड़ी डेयरी उद्योग की कमर, आधा दूध दे रहे पशु

संसाधन की कमी के बारे में पूछने पर सीएमओ ने कहा कि अब जिले के अधिकतर गांव की स्क्रीनिंग कर ली गई है. लिहाजा आयुष विभाग का जो स्टाफ है, उसको इन मोबाइल टीमों में शामिल किया जाएगा. किसी भी व्यक्ति को लॉकडाउन की वजह से परेशान नहीं होने दिया जाएगा. उसको गांव में ही जांच के साथ-साथ दवाई दी जाएगी.

नूंह: लॉकडाउन की वजह से कई प्रकार की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. इन सभी लोगों को इलाज घर पर ही होगा. इस बात की जानकारी देते हुए डीसी पंकज और सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि जिले के सभी 503 गांवों में हरियाणा रोडवेज की करीब 21 बसों को रवाना किया है. ये बसें गांव-गांव जाकर ऐसे लोगों की जांच करेंगी. जिन लोगों को कोई पुरानी बीमारी है या कोई मौसमी बीमारी है, उसका इलाज घर पर हीकिया जाएगा.

घर पर होगा इलाज

सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र सिंह यादव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि विभाग को लगातार शिकायत मिल रही थी कि जो लोग कई प्रकार की बीमारियों से जूझ रहे हैं. उनको अस्पताल आने-जाने में कठिनाई हो रही हैं. साधन नहीं मिल रहे या फिर उन्हें पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी का निर्वाहन करते हुए रोक रहे हैं. ऐसे हालात में इन लोगों का इलाज करने के लिए एक बस में 3 डॉक्टरों की टीम सवार होकर जाएगी. ये टीमें गांव-गांव जाकर लोगों का इलाज करेंगी.

ये भी पढ़ें:- पड़ताल: लॉकडाउन में चारे की कमी ने तोड़ी डेयरी उद्योग की कमर, आधा दूध दे रहे पशु

संसाधन की कमी के बारे में पूछने पर सीएमओ ने कहा कि अब जिले के अधिकतर गांव की स्क्रीनिंग कर ली गई है. लिहाजा आयुष विभाग का जो स्टाफ है, उसको इन मोबाइल टीमों में शामिल किया जाएगा. किसी भी व्यक्ति को लॉकडाउन की वजह से परेशान नहीं होने दिया जाएगा. उसको गांव में ही जांच के साथ-साथ दवाई दी जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.