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नूंह: नल्हड़ मेडिकल कॉलेज की कार्यवाहक निदेशक के खिलाफ जांच शुरू - नल्हड़ मेडिकल कॉलेज

नल्हड़ मेडिकल कॉलेज कार्यवाहक निदेशक के खिलाफ जांच शुरू हो गई है. कॉलेज निदेशक पर आरोप हैं कि वो सरकारी नियमों का उल्लंघन कर रही हैं और सरकारी की ओर से मिलने वाली सुविधाओं को नाजायज फायदा उठा रही हैं.

investigation of nalhar medical college director
नल्हड़ मेडिकल कॉलेज
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Published : Jul 8, 2020, 8:07 PM IST

नूंह: बुधवार को नल्हड़ मेडिकल कॉलेज की कार्यवाहक निदेशक डॉक्टर यामिनी की जांच के लिए एडीसी विक्रम नूंह पहुंचे. इस दौरान उन्होंने दोनों पक्षों को बुलाकर पूछताछ की. पूछताछ के दौरान दूसरे पक्ष से शिकायतकर्ता विक्रम सिंह डुमोलिया और केशव भी मौजूद रहे.

बता दें कि विक्रम सिंह डुमोलिया और केशव ने मुख्यमंत्री को इस बारे में जनवरी में शिकायत दी कि कार्यवाहक निदेशक मेडिकल कॉलेज में ना रहकर हेड क्वार्टर मेंटेन करने की वजाय गुरुग्राम से हर रोज आना जाना कर रही हैं. साथ ही हेड क्वार्टर मेंटेन करने के लिए मिलने वाले 35 हजार रुपये बिना हेड क्वार्टर मेंटेन किए ही सरकार से ले रही हैं.

कार्यवाहक निदेशक पर आरोप

  • सरकारी नियमों को ताक पर रख गुरुग्राम से सरकारी गाड़ी से रोज आती हैं.
  • हेड क्वार्टर को मेंटेन नहीं कर रहीं और उसका खर्चा ले रही हैं.
  • मेडिकल कॉलेज में रहने की वजाय बाहर रह रही हैं, जिसकी वजह से अव्यवस्थाएं हो रही हैं.

जानकारी के मुताबिक सिविल सर्विसेज नियमों के अनुसार जिस अधिकारी को सरकारी गाड़ी मिली होती है. उसे कन्वेनेंस अलाउंस नहीं मिलता है. इन नियमों की भी धज्जियां कार्यवाहक निदेशक ने उड़ाई. कार्यवाहक निदेशक हेड क्वार्टर पर ना रहने से मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं भी हो रही हैं.

ये भी पढ़ें:-'पुलिस पहचान नहीं पाई, सामने से बच निकला विकास दुबे'

विक्रम सिंह डुमोलिया, केशव ओर डॉक्टर गुलशन प्रकाश ने अतिरिक्त उपायुक्त के सामने जिला कार्यालय में अपने बयान दर्ज करवाए और संबंधित दस्तावेजों की फोटो कॉपी जमा करवाई. जांच शुरू होने से मेडिकल कॉलेज में लंबे समय से चला आ रहा गड़बड़झाला सभी के सामने आ सकता है.

नूंह: बुधवार को नल्हड़ मेडिकल कॉलेज की कार्यवाहक निदेशक डॉक्टर यामिनी की जांच के लिए एडीसी विक्रम नूंह पहुंचे. इस दौरान उन्होंने दोनों पक्षों को बुलाकर पूछताछ की. पूछताछ के दौरान दूसरे पक्ष से शिकायतकर्ता विक्रम सिंह डुमोलिया और केशव भी मौजूद रहे.

बता दें कि विक्रम सिंह डुमोलिया और केशव ने मुख्यमंत्री को इस बारे में जनवरी में शिकायत दी कि कार्यवाहक निदेशक मेडिकल कॉलेज में ना रहकर हेड क्वार्टर मेंटेन करने की वजाय गुरुग्राम से हर रोज आना जाना कर रही हैं. साथ ही हेड क्वार्टर मेंटेन करने के लिए मिलने वाले 35 हजार रुपये बिना हेड क्वार्टर मेंटेन किए ही सरकार से ले रही हैं.

कार्यवाहक निदेशक पर आरोप

  • सरकारी नियमों को ताक पर रख गुरुग्राम से सरकारी गाड़ी से रोज आती हैं.
  • हेड क्वार्टर को मेंटेन नहीं कर रहीं और उसका खर्चा ले रही हैं.
  • मेडिकल कॉलेज में रहने की वजाय बाहर रह रही हैं, जिसकी वजह से अव्यवस्थाएं हो रही हैं.

जानकारी के मुताबिक सिविल सर्विसेज नियमों के अनुसार जिस अधिकारी को सरकारी गाड़ी मिली होती है. उसे कन्वेनेंस अलाउंस नहीं मिलता है. इन नियमों की भी धज्जियां कार्यवाहक निदेशक ने उड़ाई. कार्यवाहक निदेशक हेड क्वार्टर पर ना रहने से मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं भी हो रही हैं.

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विक्रम सिंह डुमोलिया, केशव ओर डॉक्टर गुलशन प्रकाश ने अतिरिक्त उपायुक्त के सामने जिला कार्यालय में अपने बयान दर्ज करवाए और संबंधित दस्तावेजों की फोटो कॉपी जमा करवाई. जांच शुरू होने से मेडिकल कॉलेज में लंबे समय से चला आ रहा गड़बड़झाला सभी के सामने आ सकता है.

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