ETV Bharat / state

राजस्थान पुलिस पर अनैतिक दबाव बनाया, मोनू पर हत्या के 7 मुकदमे दर्ज: अभय सिंह चौटाला

इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने भिवानी बोलेरो कांड (Abhay Singh Chautala on Bhiwani Bolero case) पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने आई राजस्थान पुलिस पर ही दबाव बनाने की कोशिश की गई. आरोपी मोनू के खिलाफ ही हत्या के 7 मुकदमे दर्ज हैं.

INLD MLA Abhay Singh Chautala on Bhiwani Bolero case Rajasthan police action in Haryana
राजस्थान पुलिस पर अनैतिक दबाव बनाया, मोनू पर हत्या के 7 मुकदमें दर्ज: अभय सिंह चौटाला
author img

By

Published : Feb 27, 2023, 8:23 PM IST

अभय सिंह चौटाला

नूंह: इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने भिवानी बोलेरो कांड मामले पर राजस्थान पुलिस पर अनैतिक दबाव बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने परिवर्तन यात्रा के दौरान इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दो व्यक्त्यिों को जलाकर मारने के मामले में आरोपी इसी क्षेत्र के हैं. जब उन्हें पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस यहां आई तो राजस्थान पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की गई. कुछ लोगों ने साजिश के तहत राजस्थान पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया. जबकि प्रदेश सरकार को दोषी पुलिसकर्मियों और एसपी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी. चौटाला ने कहा कि मामले में नामजद जींद के लड़के मोनू पर हत्या के 7 मुकदमे दर्ज हैं. उसको पकड़ने के बजाय हरियाणा पुलिस ने दो लड़कों को उन्हीं के हवाले कर दिया और उन्होंने ही अपने साथियों के साथ मिलकर उसे जिंदा जला दिया.

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इसके लिए सरकार जिम्मेदार है. जब उन्होंने इसको विधानसभा में उठाया, तो सरकार में बैठे लोग तिलमिला गए. उन्होंने कहा कि आगामी 16 मार्च से विधानसभा सत्र फिर शुरू होगा. आगामी सत्र में इस इलाके के लोगों की कठिनाइयों का भी जिक्र करूंगा और भिवानी के लोहारू कांड का भी जिक्र करूंगा. सीएम मनोहर लाल से पूछूंगा कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है.

पढ़ें: जुनैद-नासिर जघन्य हत्याकांड: लोगों को इंटरनेट बंद होने से डीजल-पेट्रोल तक भरवाने में आ रही दिक्कत

मेवात से होगी बदलाव की शुरुआत: इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला की परिवर्तन यात्रा 4 दिनों में करीब 40 गांव से होते हुए नूंह पहुंची. इस दौरान अभय सिंह चौटाला ने परिवर्तन यात्रा के अनुभव और आम लोगों की परेशानी के बारे में बात की. चौटाला ने कहा कि जब मेवात में चुनाव होगा, तो बड़ा बदलाव होगा. उन्होंने कहा कि यहां से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत इसलिए की गई, क्योंकि हमारे परिवार के पुराने रिश्ते इस इलाके से रहे हैं. पूर्व सीएम ओपी चौटाला ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस जिले में विकास कराया था. इसके बाद मेवात का विकास नहीं हो सका, इस कारण मेवात के लोगों में गुस्सा है. मेवात के लोग बदलाव चाहते हैं, बदलाव आएगा और यहीं से शुरुआत होगी.

पूर्व सीएम चौटाला की देन है रैनीवेल स्कीम: इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इस जिले में सबसे बड़ी परेशानी पीने के पानी की है. जिससे यहां के लोग काफी परेशान हैं. पीने के पानी के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने रैनीवेल स्कीम शुरू की थी. उससे कुछ गांवों को राहत मिली थी, लेकिन उसके बावजूद भी लोग टैंकरों से पानी भरकर लाते हैं और खरीदकर पानी पीने को मजबूर हैं. इसके बाद किसी सरकार ने इस क्षेत्र की सुध नहीं ली.

पढ़ें: भिवानी बोलेरो कांड: जुनैद और नासिर को इंसाफ दिलाने की मांग, कैंडल मार्च लेकर सड़कों पर उतरे लोग

शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा मेवात: नूंह जिले के स्कूलों के हालात अच्छे नहीं है. अगर कहीं स्कूल हैं, तो अध्यापक नहीं है. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यहां यूनिवर्सिटी की घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने की थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी की भी सरकार हो, अगर कोई घोषणा पूर्व में हुई है, तो सरकार बदलने के बाद आने वाली सरकार को इसका श्रेय लेते हुए उस योजना को आगे बढ़ाना चाहिए. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में मेवात के पिछड़े का बड़ा कारण इस क्षेत्र में विश्वविद्यालय के नहीं होने को बताया है. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हर 10 किलोमीटर दूरी पर अच्छा स्कूल होना चाहिए ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके.

मूलभूत सुविधाओं का अभाव: मेवात के गांवों में कीचड़ से भरे हुए रास्ते हैं. इस जिले के गांवों की हालत बदतर है. यहां इनेलो के समय में सड़कें बनी थीं. उसके बाद कोई सड़क नहीं बनी है. हाईवे की हालत भी किसी से छुपी नहीं है. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि अस्पताल की सुविधा नाममात्र है, मेडिकल कॉलेज में भी हालात बद से बदतर हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मेवात के साथ बड़ा भेदभाव हो रहा है. पहले 10 साल कांग्रेस ने भेदभाव किया और अब 8 साल से भारतीय जनता पार्टी की सरकार भेदभाव कर रही है. जैसे मेवात हरियाणा का हिस्सा नहीं, राजस्थान का हिस्सा है.

अभय सिंह चौटाला

नूंह: इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने भिवानी बोलेरो कांड मामले पर राजस्थान पुलिस पर अनैतिक दबाव बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने परिवर्तन यात्रा के दौरान इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दो व्यक्त्यिों को जलाकर मारने के मामले में आरोपी इसी क्षेत्र के हैं. जब उन्हें पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस यहां आई तो राजस्थान पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की गई. कुछ लोगों ने साजिश के तहत राजस्थान पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया. जबकि प्रदेश सरकार को दोषी पुलिसकर्मियों और एसपी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी. चौटाला ने कहा कि मामले में नामजद जींद के लड़के मोनू पर हत्या के 7 मुकदमे दर्ज हैं. उसको पकड़ने के बजाय हरियाणा पुलिस ने दो लड़कों को उन्हीं के हवाले कर दिया और उन्होंने ही अपने साथियों के साथ मिलकर उसे जिंदा जला दिया.

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इसके लिए सरकार जिम्मेदार है. जब उन्होंने इसको विधानसभा में उठाया, तो सरकार में बैठे लोग तिलमिला गए. उन्होंने कहा कि आगामी 16 मार्च से विधानसभा सत्र फिर शुरू होगा. आगामी सत्र में इस इलाके के लोगों की कठिनाइयों का भी जिक्र करूंगा और भिवानी के लोहारू कांड का भी जिक्र करूंगा. सीएम मनोहर लाल से पूछूंगा कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है.

पढ़ें: जुनैद-नासिर जघन्य हत्याकांड: लोगों को इंटरनेट बंद होने से डीजल-पेट्रोल तक भरवाने में आ रही दिक्कत

मेवात से होगी बदलाव की शुरुआत: इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला की परिवर्तन यात्रा 4 दिनों में करीब 40 गांव से होते हुए नूंह पहुंची. इस दौरान अभय सिंह चौटाला ने परिवर्तन यात्रा के अनुभव और आम लोगों की परेशानी के बारे में बात की. चौटाला ने कहा कि जब मेवात में चुनाव होगा, तो बड़ा बदलाव होगा. उन्होंने कहा कि यहां से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत इसलिए की गई, क्योंकि हमारे परिवार के पुराने रिश्ते इस इलाके से रहे हैं. पूर्व सीएम ओपी चौटाला ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस जिले में विकास कराया था. इसके बाद मेवात का विकास नहीं हो सका, इस कारण मेवात के लोगों में गुस्सा है. मेवात के लोग बदलाव चाहते हैं, बदलाव आएगा और यहीं से शुरुआत होगी.

पूर्व सीएम चौटाला की देन है रैनीवेल स्कीम: इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इस जिले में सबसे बड़ी परेशानी पीने के पानी की है. जिससे यहां के लोग काफी परेशान हैं. पीने के पानी के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने रैनीवेल स्कीम शुरू की थी. उससे कुछ गांवों को राहत मिली थी, लेकिन उसके बावजूद भी लोग टैंकरों से पानी भरकर लाते हैं और खरीदकर पानी पीने को मजबूर हैं. इसके बाद किसी सरकार ने इस क्षेत्र की सुध नहीं ली.

पढ़ें: भिवानी बोलेरो कांड: जुनैद और नासिर को इंसाफ दिलाने की मांग, कैंडल मार्च लेकर सड़कों पर उतरे लोग

शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा मेवात: नूंह जिले के स्कूलों के हालात अच्छे नहीं है. अगर कहीं स्कूल हैं, तो अध्यापक नहीं है. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यहां यूनिवर्सिटी की घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने की थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी की भी सरकार हो, अगर कोई घोषणा पूर्व में हुई है, तो सरकार बदलने के बाद आने वाली सरकार को इसका श्रेय लेते हुए उस योजना को आगे बढ़ाना चाहिए. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में मेवात के पिछड़े का बड़ा कारण इस क्षेत्र में विश्वविद्यालय के नहीं होने को बताया है. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हर 10 किलोमीटर दूरी पर अच्छा स्कूल होना चाहिए ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके.

मूलभूत सुविधाओं का अभाव: मेवात के गांवों में कीचड़ से भरे हुए रास्ते हैं. इस जिले के गांवों की हालत बदतर है. यहां इनेलो के समय में सड़कें बनी थीं. उसके बाद कोई सड़क नहीं बनी है. हाईवे की हालत भी किसी से छुपी नहीं है. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि अस्पताल की सुविधा नाममात्र है, मेडिकल कॉलेज में भी हालात बद से बदतर हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मेवात के साथ बड़ा भेदभाव हो रहा है. पहले 10 साल कांग्रेस ने भेदभाव किया और अब 8 साल से भारतीय जनता पार्टी की सरकार भेदभाव कर रही है. जैसे मेवात हरियाणा का हिस्सा नहीं, राजस्थान का हिस्सा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.