नूंह: बरसात राहत के साथ-साथ आफत लाने का काम भी करती है. बरसात के सीजन में भले ही गर्मी से लोगों को राहत मिल जाती है, लेकिन बरसात के बाद होने वाली गंदगी और जलभराव से कई प्रकार की मौसमी बीमारियां स्वास्थ्य पर भारी पड़ जाती है.
खासकर बुखार, जुकाम, खांसी, मोती जीरा, खाज-खुजली, फोड़ा-फुंसी, आंखों के रोग के मामले सामने आते हैं. लिहाजा इस सीजन में लोगों को अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए खास ध्यान देने की जरूरत होती है.
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि बरसात के बाद कई प्रकार के कीड़े-मकोड़े जमीन से निकल आते हैं और उनके काटने पर इंसान कई प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त हो जाता है.
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इसके अलावा कई बार इंसान होटल, ढाबों, रेहड़ियों इत्यादि पर खुला खाना या फल इत्यादि खरीदता है. जिनपर ना केवल धूल जमी रहती है, बल्कि मक्खियां भी बैठती हैं. इसकी वजह से इंसान के शरीर में कीटाणु प्रवेश कर जाते हैं और कई प्रकार की बीमारियां इंसान के शरीर में हो जाती हैं.
डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि इन दिनों में साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाए, जलभराव अपने आसपास ना होने दें. पूरे कपड़े पहने ताकि किसी प्रकार का कीड़ा-मकोड़ा आपका ना काट सके. उन्होंने कहा कि अगर लोग इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें, तो बीमारियों से बचा जा सकता है.