नूंह: प्रदेश का नूंह जिला मुस्लिम बहुल जिला है. मेवात क्षेत्र में सदियों से रामलीला का मंचन और दशहरा का पर्व बहुत ही शालीनता और अच्छे तरीके से हिंदू-मुस्लिम एकता भाईचारे के सौहार्द के रूप में मनाया जाता है. रामलीलाओं में किरदार भी हिन्दू-मुस्लिम लोग साथ निभाते आ रहे हैं.
मेवात में हिंदू-मुस्लिम भाईचारा है मिसाल
मेवात के अंदर भाईचारा की मिसाल देखने को मिलती है. दशहरा के पर्व पर रावण का जो पुतला बनाया जाता है, उसे मुस्लिम कलाकार तैयार करते हैं. जब झांकियां और पुतला जलाया जाता है तब भारी तादात में मुस्लिम समाज के लोग देखने के लिए उमड़ते हैं.
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मेवात जिले की पिनगवां की रामलीला में 40 साल से काम करने वाले अरुण गौतम ने कहा कि रामलीला से आने वाली पीढ़ी को यही सीख मिलती है कि मां-बाप की कद्र करें और उनके वचनों का पालन करें.
बता दें कि पिनगवां कस्बे में दशकों से हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल रही है. रामलीला में कलाकारों ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. मनोरंजन और इतिहास को अपने अंदर समेटे रामलीला में बीते रात भरत मिलाप का बेहतरीन मंचन कलाकारों द्वारा किया गया.