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नूंह में अवैध क्लीनिक का खुलासा, क्लीनिक को सील कर संचालिका को किया गया गिरफ्तार - बुराका पचगांव बाईपास

Raid on Illegal Clinic In Nuh: नूंह स्वास्थ्य विभाग ने नूंह में अवैध क्लीनिक पर छापा मारा. पुलिस से साथ मिलकर स्वास्थ्य विभाग ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस ने क्लीनिक को सील कर संचालिका को गिरफ्तार कर लिया है.

Raid on Illegal Clinic In Nuh
नूंह में अवैध क्लीनिक का खुलासा, क्लीनिक को सील कर संचालिका को किया गया गिरफ्तार
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 4, 2024, 10:09 PM IST

Updated : Jan 4, 2024, 10:51 PM IST

नूंह में अवैध क्लीनिक का खुलासा, क्लीनिक को सील कर संचालिका को किया गया गिरफ्तार

नूंह: तावडू के बुराका-पचगांव बाईपास पर स्थित विवादित तस्लीमा क्लीनिक पर वीरवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसडीएम के नेतृत्व में छापा मारा. इस दौरान क्लीनिक के तीन कक्षों को सील कर दिया गया. छापेमारी से क्लीनिक में हड़कंप मच गया. क्लीनिक संचालिका ने छत के रास्ते से फरार होने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया.

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें शिकायत मिली थी कि तस्लीमा क्लीनिक में अवैध रूप से इलाज किया जा रहा है. इस सूचना पर जिला उपायुक्त के आदेश पर छापेमारी की कार्रवाई की गई. पुलिस की मौजूदगी में एसडीएम के नेतृत्व में चार सदस्यों की टीम बनाई गई. इस टीम ने सबसे पहले क्लीनिक से दवाइयों, उपकरण और दस्तावेजों को जब्त किया.

इसके बाद क्लीनिक संचालिका से चिकित्सा डिग्रियां, प्रसव केंद्र, एनओसी आदि से संबंधित पूछताछ की, लेकिन वो संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी. थोड़ी देर बाद उसने सिफारिश के जरिए बात करने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने कार्रवाई के दौरान किसी से भी बात करना उचित नहीं समझा. इस दौरान टीम को अस्पताल के बेसमेंट में अवैध रूप से संचालित एक केमिस्ट भी मिला. जिससे संबंधित संचालिका कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सकी.

स्वास्थ्य टीम ने अस्पताल में करीब चार घंटे तक छानबीन की. इसके साथ वहां पर आने वाले मरीजों से भी उपचार संबंधित पूछताछ की. शिकायतकर्ता आकिब ने बताया कि वो चार महीने की गर्भवती पत्नी को पेट दर्द की शिकायत होने पर क्लीनिक में लेकर आया था. जहां पर क्लीनिक संचालिका द्वारा दी गई दवाइयों से पत्नी की आंखों की रोशनी चली गई.

उन्होंने सीएम विंडो के माध्यम से शिकायत कर आरोपी पर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन क्लीनिक संचालिका की स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों के साथ गहरी सांठगांठ है. जिसके चलते उनकी शिकायत को खारिज कर दिया गया. फिर उनकी शिकायत ग्रीवेंस में पंचायत मंत्री के समक्ष पहुंची. जिसके बाद एसडीएम के नेतृत्व में जिला उपायुक्त ने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को जांच का आदेश जारी किया.

इस बारे में एसडीएम संजीव कुमार ने कहा कि संबंधित क्लीनिक के खिलाफ हुई शिकायत की जांच के लिए जिला उपायुक्त का आदेश था. रेड के लिए चार सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया और इस कार्रवाई को अंजाम दिया. तावडू सीएचसी के एसएमओ देवेंद्र सोलंकी ने बताया कि इस क्लीनिक से जुड़ी पहले भी कई शिकायत मिल चुकी है. इसके अलावा क्लीनिक संचालिका के पास किसी भी तरह की कोई डिग्री नहीं मिली है. इनकी अवैध रूप से केमिस्ट की दुकान भी बेसमेंट में चल रही थी. प्रसव केंद्र की भी अनुमति नहीं है, जबकि यहां पर प्रसव कराने सबूत मिले हैं.

फिलहाल जरूरी दस्तावेज, उपकरण और दवाइयों को बरामद कर क्लीनिक के ओटी, लेबर रूम सहित कई कक्षों को सील कर दिया है. तसलीमा क्लीनिक में पहले भी गलत उपचार, गलत उपचार और गर्भपात करने का आरोप लगा है. पहले ये क्लीनिक लखपत चौक पर मदीना के नाम से था. जहां शिकायत पर शहर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ, तो नाम बदल कर संचालिका ने क्लीनिक को स्थानांतरित कर लिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस क्लीनिक के माध्यम से बच्चों की तस्करी होती है. स्वास्थ्य विभाग से एक रिटायर अधिकारी की भी क्लीनिक में हिस्सेदारी बताई गई है.

ये भी पढ़ें- यमुनानगर में सौतेले पिता और जीजा ने नाबालिग से किया दुष्कर्म, 12 साल की बच्ची बनी मां

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नूंह में अवैध क्लीनिक का खुलासा, क्लीनिक को सील कर संचालिका को किया गया गिरफ्तार

नूंह: तावडू के बुराका-पचगांव बाईपास पर स्थित विवादित तस्लीमा क्लीनिक पर वीरवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसडीएम के नेतृत्व में छापा मारा. इस दौरान क्लीनिक के तीन कक्षों को सील कर दिया गया. छापेमारी से क्लीनिक में हड़कंप मच गया. क्लीनिक संचालिका ने छत के रास्ते से फरार होने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया.

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें शिकायत मिली थी कि तस्लीमा क्लीनिक में अवैध रूप से इलाज किया जा रहा है. इस सूचना पर जिला उपायुक्त के आदेश पर छापेमारी की कार्रवाई की गई. पुलिस की मौजूदगी में एसडीएम के नेतृत्व में चार सदस्यों की टीम बनाई गई. इस टीम ने सबसे पहले क्लीनिक से दवाइयों, उपकरण और दस्तावेजों को जब्त किया.

इसके बाद क्लीनिक संचालिका से चिकित्सा डिग्रियां, प्रसव केंद्र, एनओसी आदि से संबंधित पूछताछ की, लेकिन वो संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी. थोड़ी देर बाद उसने सिफारिश के जरिए बात करने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने कार्रवाई के दौरान किसी से भी बात करना उचित नहीं समझा. इस दौरान टीम को अस्पताल के बेसमेंट में अवैध रूप से संचालित एक केमिस्ट भी मिला. जिससे संबंधित संचालिका कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सकी.

स्वास्थ्य टीम ने अस्पताल में करीब चार घंटे तक छानबीन की. इसके साथ वहां पर आने वाले मरीजों से भी उपचार संबंधित पूछताछ की. शिकायतकर्ता आकिब ने बताया कि वो चार महीने की गर्भवती पत्नी को पेट दर्द की शिकायत होने पर क्लीनिक में लेकर आया था. जहां पर क्लीनिक संचालिका द्वारा दी गई दवाइयों से पत्नी की आंखों की रोशनी चली गई.

उन्होंने सीएम विंडो के माध्यम से शिकायत कर आरोपी पर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन क्लीनिक संचालिका की स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों के साथ गहरी सांठगांठ है. जिसके चलते उनकी शिकायत को खारिज कर दिया गया. फिर उनकी शिकायत ग्रीवेंस में पंचायत मंत्री के समक्ष पहुंची. जिसके बाद एसडीएम के नेतृत्व में जिला उपायुक्त ने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को जांच का आदेश जारी किया.

इस बारे में एसडीएम संजीव कुमार ने कहा कि संबंधित क्लीनिक के खिलाफ हुई शिकायत की जांच के लिए जिला उपायुक्त का आदेश था. रेड के लिए चार सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया और इस कार्रवाई को अंजाम दिया. तावडू सीएचसी के एसएमओ देवेंद्र सोलंकी ने बताया कि इस क्लीनिक से जुड़ी पहले भी कई शिकायत मिल चुकी है. इसके अलावा क्लीनिक संचालिका के पास किसी भी तरह की कोई डिग्री नहीं मिली है. इनकी अवैध रूप से केमिस्ट की दुकान भी बेसमेंट में चल रही थी. प्रसव केंद्र की भी अनुमति नहीं है, जबकि यहां पर प्रसव कराने सबूत मिले हैं.

फिलहाल जरूरी दस्तावेज, उपकरण और दवाइयों को बरामद कर क्लीनिक के ओटी, लेबर रूम सहित कई कक्षों को सील कर दिया है. तसलीमा क्लीनिक में पहले भी गलत उपचार, गलत उपचार और गर्भपात करने का आरोप लगा है. पहले ये क्लीनिक लखपत चौक पर मदीना के नाम से था. जहां शिकायत पर शहर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ, तो नाम बदल कर संचालिका ने क्लीनिक को स्थानांतरित कर लिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस क्लीनिक के माध्यम से बच्चों की तस्करी होती है. स्वास्थ्य विभाग से एक रिटायर अधिकारी की भी क्लीनिक में हिस्सेदारी बताई गई है.

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Last Updated : Jan 4, 2024, 10:51 PM IST
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