नूंह: मिशन हर शिखर तिरंगा के तहत नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एडवेंचर स्पोर्ट्स की टीम देश के 27 राज्यों की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहरा चुकी है. जल्द ही टीम 28 वें राज्य सिक्किम के जॉनग्संग पर्वत पर तिरंगा फहराकर अपने मिशन को पूरा करेगी. इस टीम के एक सदस्य हरियाणा के जिला नूंह में उजीना गांव निवासी हवलदार नेपाल सिंह फौजी भी हैं. जो लगातार पर्वतारोही के रूप में देश और दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराकर फतेह हासिल कर रहे हैं.
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हरियाणा की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा: नेपाल सिंह ने बताया कि गत 31 जुलाई 2023 को उनकी टीम ने हरियाणा राज्य की सबसे ऊंची चोटी करोह पर तिरंगा फहराया है. प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी हरियाणा-हिमाचल बॉर्डर पर स्थित मोरनी ऐरिया में स्थित है. यह चोटी 4813 फीट ऊंची है. निमास का मिशन हर शिखर तिरंगा, आजादी के अमृत महोत्सव और भारत को मिली जी-20 की अध्यक्षता के उपलक्ष्य में भारत के सभी राज्यों की सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराने की मुहिम है. कर्नल रणवीर सिंह जामवाल इस मुहिम का नेतृत्व कर रहे हैं.
इन राज्यों की चोटियों पर फहराया जा रहा है तिरंगा: 11 सितंबर 2023 को मिशन हर शिखर तिरंगा टीम ने बंगाल की सबसे ऊंची चोटी संदकफू पर तिरंगा फहराया. इसके साथ ही इस टीम ने 27 राज्यों की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहरा लिया है. उसमें सातों पूर्वोत्तर राज्य, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार शामिल हैं. ये अद्भुत मिशन सभी 28 राज्यों के सबसे ऊंचे शिखर पर तिरंगा फहराने के बाद संपन्न होगा और इस मिशन का अगला पड़ाव 28वां राज्य सिक्किम है. यहां पर जॉनग्संग पर्वत पर तिरंगा फहराएंगे.
मुहिम का नेतृत्व कर रहे कर्नल रणवीर सिंह जामवाल: आपको बता दें कि इस मुहिम का नेतृत्व कर्नल रणवीर सिंह जामवाल कर रहे हैं. जो अभी राष्ट्रीय पर्वतारोहण और साहसिक खेल संस्थान में मुख्य निदेशक हैं. उन्होंने माउंट एवरेस्ट 3 बार और विश्व के सातों महाद्वीपों के शिखर पर तिरंगा फहराया है. साथ ही उन्होंने 50 से ज्यादा पर्वतारोहण अभियान चलाए हैं. इन्हीं साहसिक कार्यों के लिए उनको भारत सरकार ने सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल दो बार और तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार से भी सम्मानित किया है.
एक राज्य से दूसरे राज्य की तरफ सफर जारी: हवलदार नेपाल सिंह ने बताया कि संदकफू की ऊंचाई इतनी नहीं है और चोटी के पास तक गाड़ी जाती है. लेकिन मिशन हर शिखर तिरंगा टीम ने जिस मेहनत और लगन के साथ सभी राज्यों के सर्वोच्च शिखरों पर तिरंगा फहराया है, वह काबिले तारीफ है. हम लगातार एक राज्य से दूसरे राज्य की तरफ अभियान को पहुंचा रहे हैं. टीम की मेहनत का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि गत 9 सितंबर को सुबह 4 बजे रांची से 180 किलोमीटर ट्रैवल किया, फिर 18 किमी, पैदल यात्रा करके चोटी पर तिरंगा फहराया.
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जिसके बाद पूरी रात सफर करके बिहार के बेतिया जिले में पहुंचे और वहां 15 किमी, चढ़ाई चढ़कर सोमेश्वर चोटी पर तिरंगा फहराया. यहां इन्हें एक ही नदी को 18 बार पार करना पड़ा और फिर बिहार के बंगाल का 610 किमी, 17 घंटे का सफर तय करके मने भजन पहुंचे और 11 सितंबर को बंगाल की सबसे ऊंची चोटी संदकफू पर तिरंगा फहराया.