नूंहः केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना वेस्टर्न डेडीकेटेड रेलवे फ्रेट कॉरिडोर जल्द ही साकार (freight corridor trial run in nuh) होने वाली है. इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के दादरी से तावडू के ग्वारका स्टेशन तक 125 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई गई है. जिसका डाउन लाइन ट्रायल रन पूरा हो चूका है. रेलवे का डीजल इंजन 30 जुलाई को रेवाड़ी से सुबह 10 बजे 25 से 30 की स्पीड में ट्रैक पर दौड़ा और 2 बजे ग्वारका स्टेशन पर पहुंचा.
इंजन में रेलवे डेडीकेटेड़ फ्रेट कॉरिडोर (Western Dedicated Railway Freight Corridor) और निर्माणाधीन कंपनी के लगभग 20 से 25 अधिकारी सवार थे. रेवाड़ी से वाया धारुहेड़ा ग्वारका तक के 48 किलोमीटर तक के सफर में लगभग 4 घंटे लगे. रेल इंजन के ट्रायल रन को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. जैसे ही ट्रायल रन खत्म हुआ (Rewari Nuh Track Trial Run) तो क्षेत्र के लोग बेहद खुश हुए.
कम स्पीड के डाउन लाइन ट्रायल रन के बाद अब 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अप लाइन ट्रायल रन होगा. इस ट्रायल रन के बाद ट्रैक पर मालवाहक गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो जाएगी. इस कोरिडोर के बनने से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा. मुम्बई से आने वाली रेलगाड़ियां यहां से गुजरेंगी. काॅरपोरेशन ऑफ इंडिया के प्रवीण कुमार ने बताया कि नूंह में रेलवे स्टेशन बनने से स्थानीय लोेगों को बेहद लाभ होगा.
प्रवीण कुमार ने बताया कि निजी क्षेत्र की कंपनियां यहां अपने टर्मिनल स्थापित (Railway Freight Corridor in nuh) करेंगी जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा. औद्योगिक गतिविधियां बढ़ने से क्षेत्र का विकास होगा. इस पूरे ट्रैक पर लगभग साढे़ 4 हजार करोड़ रूपए कि लागत आई है. ट्रैक के अप लाइन का ट्रायल पूरा होते ही इस पर मालवाहक गाड़ियों की आवजाही शुरू होने से क्षेत्र के विकास की भी रफ्तार बढ़ेगी. नूंह हरियाणा का सबसे पिछड़ा क्षेत्र है और वेस्टर्न डेडीकेटेड रेलवे फ्रेट कॉरिडोर के बनने से इसकी तस्वीर बदल जाएगी.