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नूंह: कोरोना से जंग में अब नहीं खलेगी डॉक्टर्स की कमी, मेडिकल छात्रों की ट्रेनिंग शुरू - नूंह नए डॉक्टर्स मिले

हरियाणा के किसी भी जिले में अब डॉक्टरों की कमी नहीं रहेगी. एक तो सरकार ने डॉक्टरों की बड़े पैमाने पर भर्ती की है. दूसरा अब प्रदेश के जितने भी निजी व सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं, उनमें एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे फाइनल ईयर के छात्र भी अब मैदान में आ चुके हैं.

nuh medical students covid training
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Published : Jun 23, 2020, 4:32 PM IST

नूंह: हरियाणा सरकार ने कोविड-19 और अन्य बीमारियों को देखते हुए एमबीबीएस के फाइनल ईयर के छात्रों को स्वास्थ्य विभाग के साथ तालमेल बैठाकर काम करवाना शुरू कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग ने नूंह को राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ से करीब 30 छात्र दिए गए हैं.

मेडिकल छात्रों को दी जा रही ट्रेनिंग

सिविल सर्जन डॉक्टर जेएस पुनिया ने बताया कि सरकार की यह पहल सराहनीय है. इससे कोविड-19 के केसों में सैंपल से लेकर ट्रेनिंग इत्यादि में अब डॉक्टरों की कमी नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि जो 30 डॉक्टर नल्हड़ मेडिकल कॉलेज से स्वास्थ्य विभाग नूंह को मिले हैं. उनको बेसिक ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्होंने कहा कि पीपीई किट तथा अन्य उपकरण कैसे पहनने हैं, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का कैसे ख्याल रखना है और लोगों को भी इसके बारे में एमबीबीएस छात्रों को बताना है, इसलिए इनको बेसिक जानकारी दी जा रही है.

सिविल सर्जन ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए आशा वर्कर से लेकर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मार्च महीने से लगातार जुटे हुए हैं. प्रदेश में अगर कोरोना के केसों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज होती है तो अब डॉक्टरों की कमी उसमें कम से कम रोड़ा नहीं बनेगी. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग को जल्द ही कुछ प्रशिक्षित नर्स भी मिलने की खबर है.

कोरोना से जंग में अब नहीं खलेगी डॉक्टर्स की कमी, मेडिकल छात्रों की ट्रेनिंग शुरू.

सिविल सर्जन ने कहा कि प्रदेश भर में अभी डॉक्टरों की भर्ती की गई है, जल्द ही उनमें से भी हर जिले को डॉक्टर दिए जाएंगे. इसके अलावा एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हजारों छात्र प्रदेश के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. उनको भी अब अलग-अलग जिलों में तैनाती दी जाएगी. अब से पहले जो डॉक्टरों की कमी लगातार स्वास्थ्य विभाग को खल रही थी उसका अब समाधान हो गया है.

ये भी पढ़ें- नूंह: ईपीएफ की मांग को लेकर सफाई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

कुल मिलाकर कोरोना के साथ-साथ अन्य बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग नूंह ने अब जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रदेश के लोगों के लिए ये राहत भरी खबर है कि न केवल बड़े पैमाने पर डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है, बल्कि अब एमबीबीएस के छात्र भी लोगों के इलाज में जुटने जा रहे हैं.

प्रदेश और जिले में कोरोना की स्थिति

बता दें कि, हरियाणा में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. प्रदेश में फरीदाबाद, गुरुग्राम और रोहतक में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है. पूरे प्रदेश में अबतक 11,199 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं. जिसमें 5080 एक्टिव केस हैं. वहीं प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 169 हो गया है. नूंह जिले की बात करें तो अब तक यहां कोरोना के कुल 155 मामले सामने आए हैं जिसमें से 120 लोग ठीक हो चुके हैं.

नूंह: हरियाणा सरकार ने कोविड-19 और अन्य बीमारियों को देखते हुए एमबीबीएस के फाइनल ईयर के छात्रों को स्वास्थ्य विभाग के साथ तालमेल बैठाकर काम करवाना शुरू कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग ने नूंह को राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ से करीब 30 छात्र दिए गए हैं.

मेडिकल छात्रों को दी जा रही ट्रेनिंग

सिविल सर्जन डॉक्टर जेएस पुनिया ने बताया कि सरकार की यह पहल सराहनीय है. इससे कोविड-19 के केसों में सैंपल से लेकर ट्रेनिंग इत्यादि में अब डॉक्टरों की कमी नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि जो 30 डॉक्टर नल्हड़ मेडिकल कॉलेज से स्वास्थ्य विभाग नूंह को मिले हैं. उनको बेसिक ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्होंने कहा कि पीपीई किट तथा अन्य उपकरण कैसे पहनने हैं, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का कैसे ख्याल रखना है और लोगों को भी इसके बारे में एमबीबीएस छात्रों को बताना है, इसलिए इनको बेसिक जानकारी दी जा रही है.

सिविल सर्जन ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए आशा वर्कर से लेकर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मार्च महीने से लगातार जुटे हुए हैं. प्रदेश में अगर कोरोना के केसों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज होती है तो अब डॉक्टरों की कमी उसमें कम से कम रोड़ा नहीं बनेगी. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग को जल्द ही कुछ प्रशिक्षित नर्स भी मिलने की खबर है.

कोरोना से जंग में अब नहीं खलेगी डॉक्टर्स की कमी, मेडिकल छात्रों की ट्रेनिंग शुरू.

सिविल सर्जन ने कहा कि प्रदेश भर में अभी डॉक्टरों की भर्ती की गई है, जल्द ही उनमें से भी हर जिले को डॉक्टर दिए जाएंगे. इसके अलावा एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हजारों छात्र प्रदेश के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. उनको भी अब अलग-अलग जिलों में तैनाती दी जाएगी. अब से पहले जो डॉक्टरों की कमी लगातार स्वास्थ्य विभाग को खल रही थी उसका अब समाधान हो गया है.

ये भी पढ़ें- नूंह: ईपीएफ की मांग को लेकर सफाई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

कुल मिलाकर कोरोना के साथ-साथ अन्य बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग नूंह ने अब जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रदेश के लोगों के लिए ये राहत भरी खबर है कि न केवल बड़े पैमाने पर डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है, बल्कि अब एमबीबीएस के छात्र भी लोगों के इलाज में जुटने जा रहे हैं.

प्रदेश और जिले में कोरोना की स्थिति

बता दें कि, हरियाणा में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. प्रदेश में फरीदाबाद, गुरुग्राम और रोहतक में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है. पूरे प्रदेश में अबतक 11,199 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं. जिसमें 5080 एक्टिव केस हैं. वहीं प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 169 हो गया है. नूंह जिले की बात करें तो अब तक यहां कोरोना के कुल 155 मामले सामने आए हैं जिसमें से 120 लोग ठीक हो चुके हैं.

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