नूंह: जिले के पिपरौली गांव में नहर में पानी की मात्रा अधिक होने की वजह से बीती रात फिरोजपुर नहर टूट गई. नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ धान की फसल, सरसों और गेहूं की फसल पानी की वजह से बर्बाद हो गई. गेहूं की बिजाई के लिए तैयार किए गए खेतों में पानी लबालब भर गया. खेत बिल्कुल तालाब की तरह दिखाई दे रहे हैं.
नहर का तांडव
भारी मात्रा में धान और सरसों की फसल भी खराब हो गई है, जिससे किसान काफी परेशान दिखाई दे रहे हैं. वहीं गेहूं की बिजाई के लिए खेत भी पूरी तरह से पानी भर गए हैं, जिसके चलते गेहूं की बिजाई करने में देरी हो रही है. नहर टूटने की शिकायत ग्रामीणों ने प्रशासन से की लेकिन किसी भी अधिकारी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. कोई भी अधिकारी अभी तक मौके पर नहीं पंहुचा है.
खेत बने तालाब
पानी की मात्रा इतनी ज्यादा है कि न केवल खेत तालाब का रूप ले चुके हैं बल्कि किसानों के घरों में भी पानी घुस गया है. नूंह जिले में एक तो वैसे ही नहरी पानी की बेहद कमी है, ऊपर से जिन नहरों में पानी कभी-कभी आता है. उन पर सिंचाई विभाग ध्यान नहीं देता, जिसकी वजह से किसानों का भारी नुकसान हो जाता है.
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'कुंभकर्णी नींद सोया प्रशासन'
धान की फसल इस समय मंडियों में जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. किसान को धान से अच्छी उम्मीद थी, लेकिन रात भर में ही टूटी नहर ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. किसान परेशान है, लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई दिखाई नहीं दे रहा है.