नूंहः हरियाणा के नूंह में हजारों किसानों की पीएम किसान सम्मान (PM Kisan Samman Nidhi) निधि रुक सकती है. जिले में तकरीबन 35 फीसदी लोग ऐसे हैं जिन्होंने ईकेवाईसी नहीं (farmers EKYC in Nuh) कराई है. ईकेवाईसी न होने से किसानों को पीएम किसान निधि नहीं मिलेगी. किसानों को केंद्र सरकार सम्मान निधि के रूप में 6 हजार रुपये सालना देती है. इकेवाईसी न होने से किसानों को सम्मान निधि नहीं मिलेगी.
किसानों को मिलने वाली सम्मान राशि में समय पर ईकेवाईसी नहीं कराने के चलते मामला लटक सकता है. जिला क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर डॉ अजय तोमर ने बताया कि उनके पास पीएम किसान के नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी भी है. उन्होंने कहा कि ईकेवाईसी काफी किसानों की लंबित है. कुछ किसान अज्ञानता के चलते ईकेवाईसी नहीं करा पा रहे हैं. डॉक्टर तोमर ने बताया कि पहले सम्मान निधि की सीधे अकाउंट में किस्त आती थी.
उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि की पेमेंट अब आधार मोड़ पर कर दी गई है. ताकि किसानों की रकम पूरी तरह से सुरक्षित रहे. इसलिए सभी किसान बैंक, सीएससी सेंटर या मोबाइल के माध्यम से भी ईकेवाईसी करा सकते हैं. उन्होंने कहा कि ईकेवाईसी अपडेट (farmers EKYC update in Nuh) नहीं होगी तो किस्त खाते में नहीं आएगी. किस्त न आने से किसानों को परेशानी होगी. कार्यालय के चक्कर काटकर समय व धन की बर्बादी किसानों की होगी.
उन्होंने कहा कि लगभग 37 हजार किसानों की ईकेवाईसी पेंडिंग है. पूरे जिले में तकरीबन 1 लाख किसान पीएम सम्मान निधि का लाभ उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसान एक्टिव हो जाएं और ईकेवाईसी जरूर कराएं. कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मीडिया तथा रेडियो मेवात के माध्यम से किसानों ईकेवाईसी करवाने के लिये जागरूक (ekyc awareness in nuh) किया जा रहा है. लेकिन उसके बावजूद भी किसान ईकेवाईसी नहीं करवा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि गांव-गांव में जाकर मंदिर, मस्जिद में भी अनाउंसमेंट कराने के साथ-साथ मुनादी भी कराई गई है. लेकिन इसके बावजूद भी किसान तेजी से ईकेवाईसी कराने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं.
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