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क्या वैक्सीन में वर्जित जानवर का खून मिले होने से वैक्सीनेशन नहीं करवा रहे हैं नूंह के लोग? - गाय सूअर कोविड वैक्सीन

एक न्यूज पेपर की रिपोर्ट में बताया गया कि नूंह के लोग इसलिए वैक्सीनेशन नहीं करवा रहे हैं क्योंकि वो मानते हैं कि वैक्सीन में जानवरों का खून है. इस अफवाह ने नूंह स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ा दी है, हालांकि नूंह के लोगों का कहना है कि इस तरह के अफवाह से कुछ नहीं होने वाला है.

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क्या वैक्सीन में वर्जित जानवर का खून मिले होने वैक्सीनेशन नहीं करवा रहे हैं नूंह के लोग?
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Published : Mar 15, 2021, 12:48 PM IST

नूंह: हरियाणा का सबसे पिछड़ा जिला नूंह कोविड-19 की वजह से भी सुर्खियों में रहा था. अब एक बार फिर सुर्खियों में कोविड-19 टीकाकरण की वजह से है। पिछले कुछ दिनों से एक अफवाह फैल रही है कि हरियाणा के नूंह जिले के लोग इसलिए वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं क्योंकि इसमें वर्जित जानवरों का खून मिला हुआ है. ईटीवी भारत की टीम ने इस अफवाह का खुलासा करने के लिए ग्राउंड जीरो पर लोगों से बात की. वहां निवासियों ने इस दावे को सिरे से खारिज किया.

रिपोर्ट ने खबर गलत तरीके से लिखा- डिप्टी सिविल सर्जन

वहीं स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत दुबे से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि अखबार के रिपोर्टर का मेरे पास फोन आया था. मैंने उन्हें बताया कि जिले में मिशन इंद्रधनुष चल रहा है. जिसकी वजह से कोविड-19 टीकाकरण पूर्ण गति पर नहीं पहुंच पा रहा है, लेकिन उन्होंने इस खबर को गलत तरीके से प्रकाशित किया है.

क्या वैक्सीन में वर्जित जानवर का खून मिले होने वैक्सीनेशन नहीं करवा रहे हैं नूंह के लोग? देखिए रिपोर्ट

ये पढ़ें- हरियाणा स्वास्थ्य विभाग 15 मार्च से बड़े पैमाने पर चलाएगा कोरोना वैक्सीनेशन अभियान

करीब नौ हजार लोगों का हो चुका है टीकाकरण

डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत दुबे ने बताया कि मेवात में कोविड-19 टीकाकरण का तीसरा चरण चल रहा है. पहले, दूसरे चरण को मिलाकर अभी तक मेवात जिले में 7,643 दूसरे चरण में 2,074 लोगों को अब तक टीकाकरण किया जा चुका है.

ये भी पढे़ं- क्या ज्यादा पानी पीना किडनी के लिए खतरनाक है?

'जागरुकता के लिए धर्म गुरुओं से ली जाती है मदद'

डिप्टी सिविल सर्जन ने बताया कि समय-समय पर मुस्लिम धर्म गुरुओं की सहायता से टीकाकरण अभियान के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. यहां पर लोग कम पढ़े लिखे हैं, यही वजह है कि टीकाकरण के रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहे हैं. जिससे कोविड-19 टीकाकरण नहीं हो पा रहा है. सोमवार से टीकाकरण का विशेष अभियान चलाया जाएगा. जिसमें सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण किया जाएगा. मेवात की जनता अब जागरूक है, वह टीकाकरण से परहेज नहीं कर रही है.

fact check of Nuh's people Are not getting vaccinated due to rumors of blood of the forbidden animal is found in the vaccine
नूंह में वैक्सीन करवाते हुए स्थानीय निवासी

ये पढ़ें- हरियाणा में फिर तेजी से बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या, रविवार को मिले 440 पॉजिटिव केस

मेवात को बदनाम करन की साजिश- धर्मगुरु

मुस्लिम धर्मगुरु मोहम्मद साबिर कासमी ने कहा कि बड़े-बड़े उलेमाओं ने भी टीकाकरण कराने के लिए लोगों से अपील की है. मेवात जिले को बदनाम करने के लिए इस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है. कोविड-19 टीकाकरण सभी लोगों ने कराया है जो कुछ लोग बाकी रह गए हैं वह भी अब टीकाकरण करा रहे हैं. इसके अलावा मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि हमने व हमारे परिवार के अन्य सदस्यों ने कोविड-19 टीकाकरण कराया है किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है.

नूंह: हरियाणा का सबसे पिछड़ा जिला नूंह कोविड-19 की वजह से भी सुर्खियों में रहा था. अब एक बार फिर सुर्खियों में कोविड-19 टीकाकरण की वजह से है। पिछले कुछ दिनों से एक अफवाह फैल रही है कि हरियाणा के नूंह जिले के लोग इसलिए वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं क्योंकि इसमें वर्जित जानवरों का खून मिला हुआ है. ईटीवी भारत की टीम ने इस अफवाह का खुलासा करने के लिए ग्राउंड जीरो पर लोगों से बात की. वहां निवासियों ने इस दावे को सिरे से खारिज किया.

रिपोर्ट ने खबर गलत तरीके से लिखा- डिप्टी सिविल सर्जन

वहीं स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत दुबे से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि अखबार के रिपोर्टर का मेरे पास फोन आया था. मैंने उन्हें बताया कि जिले में मिशन इंद्रधनुष चल रहा है. जिसकी वजह से कोविड-19 टीकाकरण पूर्ण गति पर नहीं पहुंच पा रहा है, लेकिन उन्होंने इस खबर को गलत तरीके से प्रकाशित किया है.

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करीब नौ हजार लोगों का हो चुका है टीकाकरण

डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत दुबे ने बताया कि मेवात में कोविड-19 टीकाकरण का तीसरा चरण चल रहा है. पहले, दूसरे चरण को मिलाकर अभी तक मेवात जिले में 7,643 दूसरे चरण में 2,074 लोगों को अब तक टीकाकरण किया जा चुका है.

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'जागरुकता के लिए धर्म गुरुओं से ली जाती है मदद'

डिप्टी सिविल सर्जन ने बताया कि समय-समय पर मुस्लिम धर्म गुरुओं की सहायता से टीकाकरण अभियान के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. यहां पर लोग कम पढ़े लिखे हैं, यही वजह है कि टीकाकरण के रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहे हैं. जिससे कोविड-19 टीकाकरण नहीं हो पा रहा है. सोमवार से टीकाकरण का विशेष अभियान चलाया जाएगा. जिसमें सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण किया जाएगा. मेवात की जनता अब जागरूक है, वह टीकाकरण से परहेज नहीं कर रही है.

fact check of Nuh's people Are not getting vaccinated due to rumors of blood of the forbidden animal is found in the vaccine
नूंह में वैक्सीन करवाते हुए स्थानीय निवासी

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मेवात को बदनाम करन की साजिश- धर्मगुरु

मुस्लिम धर्मगुरु मोहम्मद साबिर कासमी ने कहा कि बड़े-बड़े उलेमाओं ने भी टीकाकरण कराने के लिए लोगों से अपील की है. मेवात जिले को बदनाम करने के लिए इस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है. कोविड-19 टीकाकरण सभी लोगों ने कराया है जो कुछ लोग बाकी रह गए हैं वह भी अब टीकाकरण करा रहे हैं. इसके अलावा मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि हमने व हमारे परिवार के अन्य सदस्यों ने कोविड-19 टीकाकरण कराया है किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है.

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