नूंह: अप्रैल 2017 को नूंह जिले के जयसिंहपुर गांव के पहलू खान और उसके लड़कों को गोरक्षा की आड़ में भीड़तंत्र द्वारा बुरी तरह पीटा गया और पहलू खान को मौत के घाट उतार दिया था. आज 3 साल बीत जाने के बाद भी कोई भी सियासी दल उन्हें याद नहीं कर रहा है. उस समय बड़े बड़े सियासी दलों ने पहलू खान के घर जाकर उनके बड़े-बड़े आश्वासन दिए थे.
ETV भारत की टीम पहुंची पीड़ित के घर
नूंह मेवात जिले के पहलू खान निवासी जयसिंह पुर गांव की तरफ हमारी टीम ने रुख किया और बहरोड़ में भीड़तंत्र द्वारा पीट पीटकर मार देने वाले पहलू के परिजनों से बात की. भीड़तंत्र के गुस्से का निशाना बने इरशाद ने आपबीती को बताया.
'उजड़ गई पूरी दुनिया'
पहलू खान की पत्नी जैबुना ने आंखों में आंसू भरकर कहा कि उनकी दुनिया उजड़ गई. अब कुछ नहीं बचा. देश की स्थिति भी अजीबोगरीब है. देश में कुछ समय पहले गाय के नाम पर राजनीति हो रही थी. लेकिन आज सभी राजनीतिक पार्टियां शायद अब इस मुद्दे को भूल चुकी है.