नूंह: हरियाणा का नूंह जिला तेजी से विकास कर रहा है. देश के 112 पिछड़े जिलों में शामिल नूंह में विकास कार्य तेजी से हुए हैं. इसी कारण नूंह जिले को 10 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद इनाम के तौर पर दी जा रही है. इस राशि को नूंह जिले में नई परियोजनाओं पर खर्च किया जाएगा. नूंह देशभर के पिछड़े जिलों की सूची में शामिल है लेकिन लगातार तरक्की कर रहा है. इसी के जरिए वह ओवरऑल परफॉर्मेंस में नंबर वन पर पहुंचा है.
नूंह उपायुक्त अजय कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान इसकी जानकारी देते हुए कहा कि दिसंबर की डेल्टा रैंकिंग में पहली बार नूंह जिला पहले नंबर पर आया है. नूंह जिले ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी तरक्की की है. इसके साथ ही बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर में भी विकास कार्य हुए हैं. इनके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतरीन कार्य हुआ है. इसी आधार पर नूंह जिले को पहले नंबर पर चुना गया है. नूंह जिले को 10 करोड़ रुपए भारत सरकार की ओर से दिए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि अब वे इस राशि से कुछ नए प्रोजेक्ट तैयार कर सकते हैं, जो विकास को आगे ले जा सकते हैं. नूंह उपायुक्त ने बताया कि गुरुवार को जिले में दो सीनियर अधिकारी इंडियन फॉरेन सर्विस से आए थे, जिसमें से एक लाइबेरिया तथा दूसरे साउथ कोरिया से आए थे. उन्होंने नूंह जिले की परफॉर्मेंस का जायजा लिया है. नूंह जिले के टाई गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया.
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इसके साथ ही मिशन रूबेला टीकाकरण का निरीक्षण किया. शिक्षा सहायक तथा स्कूली छात्रों से भी दोनों अधिकारियों ने बातचीत की है. उपायुक्त नूंह ने कहा कि यह भारत सरकार की फ्लैगशिप योजनाएं हैं. इनका जायजा करने के लिए यह अधिकारी आए हुए थे, ताकि जिलों में हो रहे कार्यो और उनके बदलाव के बारे में अपने सुझाव दे सके. इसीलिए यह विजिट की गई है. उपायुक्त ने कहा कि नई परियोजना में हेल्थ न्यूट्रिशन, नए आंगनवाड़ी सेंटर का निर्माण के अलावा क्षेत्र में स्किल डवलपमेंट के नए कोर्स शुरू किए जाएंगे. इस पर जिला प्रशासन का फोकस रहेगा, ताकि यह जिला पूरी तरह से पिछड़े जिलों की सूची से बाहर आ सके.