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कपास की फसल से ज्यादा मुनाफा होने से किसानों के चेहरे खिले

नूंह में कपास की खेती कर रहे किसानों को कपास की फसल के अच्छे खासे दाम मिल रहे हैं. अच्छे दाम मिलने से किसानों के चेहरे पर भी खुशी झलक देखने को मिल रही है. बीते साल की अपेक्षा इस बार किसानों को कपास की फसल से ज्यादा मुनाफा हुआ है.

cotton cultivation in nuh
कपास की फसल से ज्यादा मुनाफा
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Published : Aug 28, 2022, 11:07 PM IST

नूंह : हरियाणा के नूंह में कपास की खेती (cotton cultivation in nuh) कर रहे किसानों की फसल अच्छी होने से उनमें खुशी की झलक देखी जा रही है. किसानों का कहना है कि कपास की फसल की अच्छी फसल होने से उन्हें दाम भी अच्छे मिल रहे हैं. किसानों ने बताया कि बरसात कम होने के कारण सफेद सोना कहे जाने वाले कपास की पैदावार इस बार अच्छी हुई है. कपास की फसल के भाव भी किसानों को अच्छे मिल रहे हैं. अच्छी क्वालिटी की कपास को खरीदने में व्यापारियों को भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आ रही है.

मंडी में पहुंच रहा कपास: वहीं मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन उमेश आर्य ने बताया कि किसान अनाज मंडी में अपनी कपास की फसल को लेकर पहुंच रहे हैं. कपास की फसल से अच्छे दाम मिलने से किसानों के चेहरे भी खिले हुए हैं. उन्होंने बताया कि भले ही इस बार क्षेत्र में कपास की फसल कम हुई हो या बरसात की वजह से उत्पादन में थोड़ी कमी आई हो, लेकिन अच्छे भाव ने किसान को सब कुछ भुला दिया है.

कपास की फसल से ज्यादा मुनाफा

बीते साल कपास के भाव : जानकारी के मुताबिक बीते साल 2021 में कपास के भाव (cotton prices in 2021) 7 हजार से साढ़े 7 हजार रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिका था. लेकिन इस बार 2022 (cotton prices in 2022)में किसानों को कपास की फसल के दाम 100 से 110 रूपए प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है. अब किसानों को 1 क्विंटल कपास की कीमत 10 हजार से 11 हजार रुपए मिल रही है. पुन्हाना अनाज मंडी में इन दिनों रोजाना सैकड़ों क्विंटल कपास की फसल बिकने के लिए आ रही है. जिसे व्यापारी हाथों हाथ खरीद रहे हैं. सफेद सोना में इस बार कम बरसात की वजह से किसी प्रकार का कोई रोग नहीं बताया जा रहा है. कुल मिलाकर कपास की खेती ने इस बार किसानों को गदगद करने का काम किया है. अभी भी कपास की फसल अनाज मंडी में लगातार आ रही है. नूंह जिले के बादली, मामलिका, टूंडलाका, लुहिंगा कलां जैसे कई गांव में किसान कपास की फसल की पैदावार ज्यादा करते हैं.

नूंह : हरियाणा के नूंह में कपास की खेती (cotton cultivation in nuh) कर रहे किसानों की फसल अच्छी होने से उनमें खुशी की झलक देखी जा रही है. किसानों का कहना है कि कपास की फसल की अच्छी फसल होने से उन्हें दाम भी अच्छे मिल रहे हैं. किसानों ने बताया कि बरसात कम होने के कारण सफेद सोना कहे जाने वाले कपास की पैदावार इस बार अच्छी हुई है. कपास की फसल के भाव भी किसानों को अच्छे मिल रहे हैं. अच्छी क्वालिटी की कपास को खरीदने में व्यापारियों को भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आ रही है.

मंडी में पहुंच रहा कपास: वहीं मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन उमेश आर्य ने बताया कि किसान अनाज मंडी में अपनी कपास की फसल को लेकर पहुंच रहे हैं. कपास की फसल से अच्छे दाम मिलने से किसानों के चेहरे भी खिले हुए हैं. उन्होंने बताया कि भले ही इस बार क्षेत्र में कपास की फसल कम हुई हो या बरसात की वजह से उत्पादन में थोड़ी कमी आई हो, लेकिन अच्छे भाव ने किसान को सब कुछ भुला दिया है.

कपास की फसल से ज्यादा मुनाफा

बीते साल कपास के भाव : जानकारी के मुताबिक बीते साल 2021 में कपास के भाव (cotton prices in 2021) 7 हजार से साढ़े 7 हजार रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिका था. लेकिन इस बार 2022 (cotton prices in 2022)में किसानों को कपास की फसल के दाम 100 से 110 रूपए प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है. अब किसानों को 1 क्विंटल कपास की कीमत 10 हजार से 11 हजार रुपए मिल रही है. पुन्हाना अनाज मंडी में इन दिनों रोजाना सैकड़ों क्विंटल कपास की फसल बिकने के लिए आ रही है. जिसे व्यापारी हाथों हाथ खरीद रहे हैं. सफेद सोना में इस बार कम बरसात की वजह से किसी प्रकार का कोई रोग नहीं बताया जा रहा है. कुल मिलाकर कपास की खेती ने इस बार किसानों को गदगद करने का काम किया है. अभी भी कपास की फसल अनाज मंडी में लगातार आ रही है. नूंह जिले के बादली, मामलिका, टूंडलाका, लुहिंगा कलां जैसे कई गांव में किसान कपास की फसल की पैदावार ज्यादा करते हैं.

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