नूंह: राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज में ऑउटसोर्सिंग के तहत नौकरी देने वाली कंपनी पर नियमों की अनदेखी करने के आरोप लग रहे हैं.
क्या है मामला?
सुरक्षा गार्ड का टेंडर एसआईएस कंपनी के पास है और करीब 500 सुरक्षा गार्ड मेडिकल कॉलेज में नियुक्त किए हुए हैं. गार्ड समय पर वेतन नहीं मिलने से लेकर नियुक्तियों में 30-50 हजार रुपये देने का आरोप कई बार लगा चुके हैं. कुछ ऐसा ही हाल वार्ड बॉय से लेकर नर्स इत्यादि का ठेका लेने वाली कंपनी बीएसएस का है. बताया जा रहा है कि इन पोस्ट्स पर नौकरी 50 हजार से अधिक रिश्वत देने वालों को दी जाती है.
पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
वहीं कंपनियों के भ्रष्टाचार की शिकायत की गई पर पुलिस की तरफ से अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है. इसी का लाभ उठाकर बीएसएस तथा एसआईएस कंपनी प्रबंधन मनमानी करने पर ऊतारू हैं.